Baharagora : वर्षा नहीं होने से सुखाड़ की स्थिति बनती जा रही है. पानी के अभाव में धान की रोपनी नहीं होने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई है. ऐसे में बारिश के लिए पूजा-पाठ का दौर शुरू हो गया है. पूजा कर लोग भगवान से बारिश की कामना कर रहे हैं. वहीं, इसी क्रम में बारिश की कामना करते हुए भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए बहरागोड़ा के पौराणिक शिव मंदिर चित्रेश्वर में चार अगस्त से दो दिवसीय इंद्र यज्ञ शुरू हुआ. शुक्रवार को पुजारियों ने भगवान इंद्र को खुश करने के लिए यज्ञ किया. इस यज्ञ में 22 मौजा के ग्रामीणों ने भाग लिया और पूजा अर्चना कर भगवान इंद्र से वर्षा की प्रार्थना की. ग्रामीणों को विश्वास है कि चित्रेश्वर मंदिर में इंद्र यज्ञ करने से बारिश अवश्य होगी. पूर्व में भी ऐसा कई बार हुआ है. जब इंद्र यज्ञ के बाद बारिश हुई है और राहत मिली है.
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खेत में धान के बिचड़े झुलस रहे हैं
पुजारी रुद्र नारायण पंडा, अंतर्यामी उपाध्याय, काली किंकर बटब्याल, मधु सूदन बटब्याल, जानकी नाथ दुबे ने यज्ञ संपन्न करवाया. शुक्रवार को भी यज्ञ के साथ हवन होगा. विदित हो कि धान का कटोरा कहे जाने वाले बहरागोड़ा प्रखंड में अल्प वर्षा के कारण धान की खेती बुरी तरह से प्रभावित हुई है. खेत में धान के बिचड़े झुलस रहे हैं. किसान बारिश के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं. जिन किसानों के पास सेलो बोरिंग है वे बोरिंग से खेत की सिंचाई कर धान की रोपनी कर रहे हैं. बाकी के किसान मानसून का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, विगत दिनों चाकुलिया प्रखंड के घाघरा गांव के ग्रामीणों ने भी बारिश के लिए पहाड़ की पूजा की थी.
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