Ranchi: झारखंड में मधुपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा निर्वाचन आयोग की तरफ से कर दी गयी है. जारी प्रेस विज्ञप्ति में आयोग की तरफ से बताया गया है कि मधुपुर में मतदान 17 अप्रैल को होगा. वोटों की गिनती दो मई को की जायेगी. इसके अलावा नामांकन पत्र भरने की आखिरी तारीख 30 मार्च है. नोमिनेशन पेपर की जांच 31 मार्च को होगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख तीन अप्रैल रखी गयी है. झामुमो विधायक और पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद से यह सीट खाली है. हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल अंसारी को मंत्री बनाया था. हफीजुल अभी विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. मुख्यमंत्री पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि हफीजुल ही मधुपुर से झामुमो के प्रत्याशी होंगे.
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हफीजुल बिना विधायक बने दूसरे मंत्री
ऐसा दूसरी बार हुआ कि बिना विधायक बने कोई मंत्री बना हो. इससे पहले मधु कोड़ा की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे भानु प्रताप शाही को को दवा घोटाले के आरोप में जेल जाना पड़ा था. भानू प्रताप के जेल जाने के बाद उनके पिता हेमेंद्र प्रताप देहाती ने मंत्री पद की शपथ ली थी. और उन्हे भी स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था. दिवंगत मंत्री हाजी हुसैन के बेटे हफीजुल ने ऐसा किया. ऐसा करने के पीछे जेएमएम चुनाव से पहले ही मधुपुर सीट पर जीत सुनिश्चित करना चाहता है. कुछ दिनों पहले राजद ने इस सीट से चुनाव लड़ने का दावा ठोका था.
राजद का कहना था कि इससे पहले दो उपचुनाव में कांग्रेस और जेएमएम को चुनाव लड़ने का मौका मिला है. इसलिए गठबंधन में रहने के नाते मधुपुर उपचुनाव में राजद को मौका मिलना चाहिए. लेकिन हेमंत के मास्टर स्ट्रोक से राजद का चुनाव लड़ना खारिज हो गया. अब किसी भी हाल में मधुपुर से हफीजुल हसन ही चुनाव लड़ेंगे.