- एनओसी को लेकर एनएचएआई के साथ बन चुकी है सहमति, प्रक्रिया अंतिम चरण में है- अमित कुमार
Ranchi: राजधानी के 2.5 लाख से घरों को वाटर कनेक्शन देने की योजना एनएचएआई से एनओसी नहीं मिलने के कारण लटकी हुई है. पानी सप्लाई के लिए शहर में 22 किलोमीटर राइजिंग पाइप लाइन बिछाई जानी है, लेकिन अबतक करीब ढाई किलोमीटर ही पाइपलाइन बिछ पाई है. एनएचएआई और रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट से एनओसी के इंतजार में पाइप लाइन बिछाने का काम बंद है. सबसे ज्यादा दिक्कत एनएचएआई की सड़कों को लेकर आ रही है. पाइपलाइन बिछाने के लिए प्रस्तावित 15 किलोमीटर एरिया में एनएचएआई की सड़कें हैं. जुडको ने एनओसी के लिए एनएचएआई को पत्र लिखा है. कई बार मीटिंग भी हुई है, लेकिन अबतक इसका समाधान नहीं हो सका है. सूडा डायरेक्टर अमित कुमार ने कहा है कि एनओसी को लेकर एनएचएआई के साथ सहमति बन चुकी है. प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
सड़क उखाड़ने और फिर बनाने को लेकर फंसा है पेंच
तिलता चौक से पिस्का मोड और पिस्का मोड़ से बनहौरा तक 15 किलोमीटर की सड़कें एनएचएआई के अंतर्गत आता है. एनएचएआई का कहना है कि पाइपलाइन बिछाने के लिए पूरी सड़क उखाड़नी पड़ेगी. इसलिए पूरी सड़क को उखाड़ना होगा. फिर मरम्मत करनी होगी. वहीं जुडको का कहना है कि पूरी सड़क को तोड़ने और मरम्मत का खर्च बहुत ज्यादा आ जाएगा. इसलिए बीच का रास्ता निकालना होगा.
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563 किमी पाइपलाइन बिछानी है, 480 किमी बिछ चुकी है
रांची के 2.5 लाख घरों में वाटर सप्लाई के लिए 563 किलोमीटर पाइपलाइन का जाल बिछाया जा रहा है. इसके तहत 480 किलोमीटर काम पूरा हो चुका है. अब एजेंसी को 83 किलोमीटर और पाइपलाइन बिछानी है. इसके बाद पानी सप्लाई के लिए सभी पाइपलाइन तैयार हो पायेंगी. लेकिन राइजिंग पाइपलाइन का ही काम लटक गया है.
नि:शुल्क वाटर कनेक्शन देने का प्रावधान
रांची में अमृत योजना, राज्य की पेयजल योजना और एशियाई विकास बैंक द्वारा संपोषित सभी योजनाओं में ऩिःशुल्क वाटर कनेक्शन दिये जाने का प्रावधान किया गया है. योजनाओं के पूरा हो जाने और निःशुल्क वाटर कनेक्शन योजना समाप्त होने के बाद नया कनेक्शन लेने वालों के लिए निर्धारित कर लिया जाएगा. रांची निगम क्षेत्र में 2.56 लाख आवासों में से 67 हजार आवासों को वर्तमान के पेयजल वितरण प्रणाली से जल संयोजन दिया जाना है. बचे हुए 1.89 आवासों को नयी क्रियान्वित हो रही योजनाओं से जल संयोजन दिया जायेगा.
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