Ranchi: झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के केंद्रीय संयोजक प्रवीण प्रभाकर ने राज्य के मंत्री आलमगीर आलम द्वारा आंदोलनकारियों को स्वतंत्रता सेनानी या फ्रीडम फाइटर का दर्जा देने से इंकार करने पर निराशा व्यक्त की है. प्रभाकर ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी भी ‘पोलिटिकल सफरर’ हैं और उन्हें भी फ्रीडम फाइटर का दर्जा मिलना चाहिए. आज जिनके संघर्ष की बदौलत झारखंड राज्य अस्तित्व में आया है उन्हें सम्मान दिए जाने की आवश्यकता है.
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प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि एक ओर जहां आंदोलनकारियों को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का रुख सकारात्मक दिखता है और उन्होंने आयोग गठन, पेंशन वृद्धि और आरक्षण के विषय पर त्वरित निर्णय लेकर आंदोलनकारियों एवं जनता का दिल जीत लिया है, वहीं दूसरी ओर विधानसभा में मंत्री आलमगीर आलम के वक्तव्य से आंदोलनकारियों में निराशा है.
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उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को अलग राज्य की मांग करने के कारण बिहार की तत्कालीन सरकारों के हाथों प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा. आवश्यकता है कि आंदोलनकारियों को स्वतंत्रता सेनानी के समान सुविधाएं दी जायें. यह दुःखद है कि राज्य गठन के बीस वर्ष बाद भी आंदोलनकारी सम्मान के लिए भटक रहे हैं. अब तक मात्र चार हजार आंदोलनकारियों को चिन्हित किया जा सका है और 1500 को ही पेंशन मिल पाया है, जबकि राज्यभर में एक लाख आंदोलनकारी हैं.
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