Ranchi : बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव की वजह से मौसम विभाग ने 19 और 20 अगस्त को राज्य के कई जिलों में तेज हवा चलने के साथ भारी बारिश होने की संभावना जतायी है. इस संभावना को देखते हुए बीएयू के कृषि मौसम एवं पर्यावरण विभाग द्वारा संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा ने किसानों के लिए बुलेटिन जारी किया है. किसानों को अगले दो-तीन दिनों तक खेतों में लगी फसलों में किसी भी दवा का छिड़काव या यूरिया का भुरकाव नहीं करने की सलाह दी गयी है.
खेतों में जरूरत से अधिक जल-जमाव नहीं होने दें
भारी वर्षा के कारण फसल पर संभावित असर को देखते हुए धान (सीधी बुवाई) की फसल पुष्पावस्था में है, अत्यधिक जल जमाव या पानी के तेज बहाव के कारण पौधों के गिरने की संभावना है. इससे बचाव हेतु किसान खेतों में जरूरत से अधिक जल-जमाव नहीं होने दें. सुरक्षित जल-निकास के लिए खेत के मेढ़ की चारों तरफ नालियां बना दें.
जल-निकास के लिए खेत में नालियां बनाने की सलाह
मकई, मूंगफली, सोयाबीन एवं मड़ुआ की बोयी गयी फसलों के पौधों के गिरने तथा देर से बोयी गयी फसल के पौधों के गलने की संभावना को देखते हुए सुरक्षित जल-निकास के लिए खेत में तुरंत नालियां बनायें. अधिक बारिस एवं जल-जमाव से सब्जियों के पौधों को गिरने तथा गलने की संभावना होती है. फसल को नुकसान होता है. बचाव के लिए से जल-निकास के लिए नालियों का प्रबंध जरूरी है. वर्षा में अत्यधिक भींगने से पशुओं के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना से बचाव के लिए पशुओं को बाहर नहीं निकलने दें. पशु-आवास में भी वर्षा के पानी के प्रवेश पर समुचित व्यवस्था करें.
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