MumbaI : मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली विस्फोटक लदी संदिग्ध कार को लेकर महाराष्ट्र सरकार अब बैकफुट पर नजर आ रही है. बता दें कि शुक्रवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख दिल्ली में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिले. मीटिंग के बाद देशमुख ने कहा कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली संदिग्ध कार और मनसुख हिरेन की मौत की जांच एनआईए और एटीएस द्वारा की जा रही है
Maharashtra govt is not working properly, everything is done at the will of officers, person like Mukesh Ambani is unsafe in Mumbai. Due to poor law&order situation & corruption, I’ve written to HM Amit Shah for CM’s resignation & President’s Rule in state: BJP MP Narayan Rane pic.twitter.com/TMkDaPyjhW
— ANI (@ANI) March 19, 2021
. कहा कि दोनों एजेंसियां इस मामले की गंभीरसा से जांच कर रही हैं. राज्य सरकार भी एनआईए को सहयोग कर रही है. गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने मुंबई में इससे जुड़े पूरे घटनाक्रम की जानकारी शरद पवार को दी है. हालांकि इससे पहले मामले की जांच एनआईए को सौंपे जाने पर सीएम उद्धव ठाकरे ने ऐतराज जताते हुए कहा था कि इसमें कुछ गड़बड़ी है.
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उद्धव ठाकरे ने कहा था , एटीएस इस मामले की जांच करने में सक्षम
उद्धव ठाकरे ने कहा था कि एटीएस इस मामले की जांच करने में सक्षम है. लेकिन बदलते घटनाक्रम के बीच आज गृह मंत्री द्वारा जांच में सहयोग करने की बात किये जाने से लग रहा है कि महाराष्ट्र सरकार इस मामले में अपने पुलिसकर्मियों के कारण बैकफुट पर है. जान लें कि एनआईए द्वारा एंटीलिया केस की जांच करने वाले अधिकारी सचिन वझे को अरेस्ट किया गया है. सचिन वझे पर मनसुख हिरेन की हत्या में शामिल होने का संदेह है.
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बीजेपी ने उद्धव ठाकरे के इस्तीफे की मांग की
इस बीच बीजेपी नेता नारायण राणे ने सीएम उद्धव ठाकरे के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा है कि राज्य में अधिकारी ही सरकार चला रहे हैं. ऐसे में कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की जरूरत है. इस मसले पर सरकार के बीच भी मतभेद उभरने की बातें सामने आ रही हैं. सीएम उद्धव ठाकरे ने शिवेसना, एनसीपी, कांग्रेस के नेताओं की मीटिंग बुलाई थी.
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