Chouparan : हजारीबाग के चौपारण प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र भगहर के संजय रविदास ने गांव के ही सात लोगों पर मारपीट और पत्नी व बच्ची के साथ छेड़खानी का आरोप लगाया है. आवेदन के अनुसार बीते 21 अगस्त की रात 11:30 बजे गांव के ही सात लोगों ने सुनील रविदास, आशीष रविदास, प्रमोद रविदास, मुकेश रविदास, अनिल रविदास, संतोष रविदास और भगहर के मुखिया कृष्णा रविदास ने दरवाजा खोलवाया. वे लोग लाठी-डंडे के साथ थे और उनकी पत्नी मालो देवी के दरवाजा खोलते ही उसके साथ प्रमोद रविदास मारपीट करने लगा. आवाज सुनकर बाहर निकलने ही वाला ही था. तभी वे लोग घर के अंदर घुस गए. उनकी बेटी और मां तक को नहीं छोड़ा. पत्नी का हाथ पकड़कर प्रमोद रविदास ने छेड़खानी व अभद्र व्यवहार किया.
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वहीं दूसरे पक्ष की सुनैना देवी (पति- जागो रविदास) की ओर से भी थाने में आवेदन दिया गया है. सुनैना का आरोप है कि डायन कहते हुए रात के 10 बजे घर में जबरन घुसकर मारपीट, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी दी गई. इसमें मुख्य आरोपी संजय रविदास, मालो देवी, पानो देवी, रूबी देवी, सुरजीत रविदास उर्फ डॉ. छूमंतर को बनाया है.
सुनैना देवी का कहना है कि संजय रविदास की बेटी अन्य जाति के साथ भाग गई थी. इस कारण संजय व उसके परिवार के लोग डायन-बिसाही कहकर प्रताड़ित करने के उद्देश्य से रात के 10 बजे घर में घुस गया और मारपीट करने लगा. सभी ने उनके बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी.
आरोप बेबुनियाद व राजनीतिक षड्यंत्र से प्रेरित : मुखिया
इधर भगहर पंचायत के मुखिया कृष्णा रविदास ने बताया कि संजय रविदास की ओर से लगाया गया आरोप बिल्कुल बेबुनियाद और निराधार है. जिस वक्त की घटना बताई जा रही है, उस वक्त वह वहां उपस्थित भी नहीं थे.
विरोधियों की ओर से राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि समाज के कुछ लोग उनके घर पारिवारिक मामले में पूछताछ के लिए गए थे. छेड़खानी जैसी कोई घटना नहीं घटी है.
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