Ranchi : झारखंड विधानसभा में शुक्रवार को दो विधेयक पारित हुए. वित्त विधेयक और विनियोग विधेयक सदन में बहुमत से पारित हुआ. वहीं बजट के अनुदान मांग पर चर्चा के समय विधायक सीपी सिंह ने कानून व्यवस्था और पुलिस पर लेकर हेमंत सरकार पर जमकर हमले किया.
सीपी सिंह ने कहा कि अपराधी, चोर, डकैत, व्याभिचारी सब लोग यही गुनगुना रहे हैं हेमंत है तो हिम्मत है. पूरे शहर कई जगहों पर होर्डिंग लगे हैं. कुछ लोग का फोटो भी उसमें लगा रहता है. उसमें भी इ वाला बतिया लिखा रहता है. इसपर सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा कि जब मोदी है तो मुमकिन है फिर अगर हेमंत है तो हिम्मत है में आपको क्या तकलीफ है. इसके बाद पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया.
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पुलिस सत्ता की आज्ञाकारी- सीपी सिंह
सीपी सिंह ने कहा कि पुलिस सत्ता की आज्ञाकारी हो जाती है तो दिक्कत शुरू हो जाती है. राज्य में हेमंत सरकार के आने के बाद 1428 हत्याएं, 88 डकैती, 508 लूट, 1130 गृहभेदन, 7138 चोरी, 15 अपहरण, 1361 बलात्कार और 229 नक्सल घटनाएं हुई है.
खेला होबे वाला हमला हुआ था क्या सीएम पर ?
विधायक ने कहा कि हरमू रोड में इतने पुलिस को तैनात कर दिया गया है. दूसरे राज्यों के चौक चौराहे में एक भी पुलिस नजर नहीं आती. उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस किसी से कम नहीं है, लेकिन उसे कुंद बनाया जा रहा है. पुलिस पिटाई खा रही है और सरकार मूकदर्शक बनी देख रही है. इसपर कांग्रेस विधायक अनुप सिंह ने कहा कि गुंडे किसने पाले. दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पर हमला किसने करवाया. इसके जवाब में सीपी सिंह ने कहा कि खेला होबे वाला हमला हुआ था क्या मुख्यमंत्री पर. 50-60 लोग जेल में हैं.
सीडीआर जांच कराने का विधायक ने लगाया आरोप
सीपी सिंह ने सरकार पर अपना मोबाइल कॉल रिकार्ड जांच करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सीडीआर निकलवा कर जांच करा लिये. उन्होंने कहा कि राज्य में एक आयरन हैंड थे. एक मुंबई में भी थे. संयोग देखिये दोनों होमगार्ड में ही गये हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने राज्य में रात में 12 बजे से सुबह 3 बजे तक खड़े होकर जमीन पर कब्जा दिलाने का भी काम किया है. आयरन हैंड सिर्फ शब्दों में नहीं होना चाहिए. कमजोरों और शरीफों के लिए नहीं बदमाशों के लिए आयरन हैंड होना चाहिए.
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