Jamshedpur (Sunil Pandey) : पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड के 35 प्रज्ञा केंद्र (सीएससी) संचालकों का स्वास्थ्य विभाग के पास 8 लाख 55 हजार रुपये बकाया है. आठ माह से ज्यादा समय से बकाया का भुगतान नहीं हो पाया है. उक्त राशि के जल्द भुगतान की मांग को लेकर प्रखंड के 34 पंचायत के प्रज्ञा केंद्र संचालक सोमवार को उपायुक्त विजया जादव से मिले. उपायुक्त को लिखित मांग पत्र सौंपा तथा जल्द भुगतान का आग्रह किया. पूर्व पार्षद करूणामय मंडल के नेतृत्व में उपायुक्त से मिलने गए प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने उन्हें बताया कि जिले में जब से कोरोनारोधी टीकाकरण शुरु हुआ तब से उन्हें अलग-अलग केंद्रों में प्रतिनियुक्त कर डाटा इंट्री करवाया गया. कई संचालकों ने अंतरजिला एवं अंतरराज्यीय बोर्डर पर डाटा इंट्री का काम किया. सभी को 500 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय दिया जाना था. लेकिन आठ माह बीतने के बाद भी बकाया का भुगतान नहीं हुआ.
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10 दिनों में भुगतान का मिला आश्वासन
पूर्व पार्षद करूणामय मंडल ने बताया कि उपायुक्त के पीए ने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की. उन्होंने दस दिनों में भुगतान का आश्वासन दिया. श्री मंडल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौर में अपनी जान जोखिम में डालकर सभी प्रज्ञा केंद्र संचालकों ने प्रशासन के आदेशों का अक्षरशः पालन किया. लेकिन इतने दिनों बाद भी उनके मानदेय का भुगतान नहीं होना चिंतनीय है. इससे पहले भी संचालकों ने अपनी बातों को वरीय अधिकारियों के समक्ष रखा था. लेकिन उन्हें कोष का अभाव बताकर वंचित रखा गया. समय पर पैसा नहीं मिलने के कारण कई संचालकों की माली हालत काफी खराब हो चुकी है. प्रतिनिधिमंडलम में मृणाल पाल, आकाश कुमार, शरत कुमार गुप्ता, पटेल महाकुड़, राजकुमार कैवर्त, चंदन भगत आदि शामिल थे.
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