New Delhi : कोविड-19 महामारी में भारत का मध्यवर्ग सिकुड़ गया और गरीबों की तादाद में 3.2 करोड़ की वृद्धि हो गयी. लेकिन रियल स्टेट डेवलपर्स और अमीर हो गये. हुरुन इंडिया टॉप-100 रिचेस्ट रियल्टी डेवलपर्स की सूची में 8 नये डेवलपर्स शामिल हो गये हैं. इस तरह टॉप-100 रिचेस्ट डेवलपर्स की लिस्ट में नये नाम जुड़े हैं.
वरिष्ठ भाजपा नेता मंगल प्रभात लोढा (एसपी लोढ़ा) ने लगातार चौथे साल टॉप पर कब्जा बरकरार रखा है. वहीं टॉप-100 लिस्ट में शामिल डेवलपर्स में सबसे ज्यादा 31 मुंबई के हैं. दिल्ली के 22 और बेंगलुरु से 20 रियल एस्टेट डेवलपर्स हैं. सत्वम डेवलपर्स के विजय कुमार अग्रवाल 2020 की लिस्ट में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले डेवलपर हैं.
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26 फीसदी बढ़ गयी 100 अमीर बिल्डरों की संपत्ति
हुरुन इंडिया की लिस्ट के मुताबिक, इन 100 अमीर बिल्डरों की कुल संपत्ति में वर्ष 2020 के दौरान 26 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. और यह 3,48,660 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी है. यह फायदा प्रति व्यक्ति औसतन 27 फीसदी यानी 3,487 करोड़ रुपये है.
हुरुन रिसर्च के अनुसार कोरोना काल में जब घरों और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी की बिक्री बंद थी, उस दौरान आठ नये अरबपति बिल्डर सामने आये. हुरुन इंडिया के चीफ अनस रहमान जुनैद ने बताया कि रियल एस्टेट रिचेस्ट लिस्ट के चौथे संस्करण के लिए सर्वे में भारत के 15 शहरों की करीब 6 हजार कंपनियों को शामिल किया गया था. टॉप-10 की लिस्ट इन कंपनियों के रेवेन्यू और नेटवर्थ के हिसाब से तैयार की गयी.
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जानिये किसके पास कितनी संपत्ति
- 65 वर्षीय भाजपा नेता लोढ़ा और उनके परिवार की संपत्ति में वर्ष 2020 में 39 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. अब उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 44,270 करोड़ रुपये हो गयी है. लोढ़ा डेवलपर्स की स्थापना 1980 में मुंबई में हुई थी. लोढ़ा डेवलपर्स वित्त वर्ष 2014-20 के दौरान बिक्री मूल्य के हिसाब से देश का सबसे बड़ा रियल एस्टेयट डेवलपर है.
- डीएलएफ के राजीव सिंह (61) 36,430 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं. इनकी संपत्ति 45 प्रतिशत बढ़ गयी है. कंपनी के शेयर मूल्य में 50 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी के कारण इनकी संपत्ति बढ़ी है. डीएसएफ की स्थापना 1946 में दिल्ली में हुई थी. डीएसएफ की प्रॉपर्टी 15 राज्यों के 24 शहरों में फैली हुई है और यह सबसे बड़ी लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनी है.
- तीसरे स्थान पर रहेजा कार्प के चंद्रू रहेजा हैं. रहेजा कॉर्प ने दो स्थान की छलांग लगा तीसरी पोजीशन हासिल की है. रहेजा की संपत्ति में 70 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इनकी कुल संपत्ति 26,260 करोड़ रुपये हो गयी है. 2 करोड़ वर्ग फुट से अधिक का ऑफिस स्पेस इसे देश का दूसरा सबसे बड़ा कमर्शियल डेवलपर बनाता है.
- 23,220 करोड़ की संपत्ति के साथ एंबेथसी ऑफिस पार्क बेंगलुरु के जितेंद्र विरवानी चौथे पर हैं. उनके बाद 5वें स्थान पर हीरानंदानी कम्यूनिटीज के निरंजन हीरानंदानी हैं. उनकी संपत्ति 20,600 करोड़ रुपये आंकी गयी है. 15,770 करोड़ रुपये के नेटवर्थ के साथ ओबरॉय रीयल्टी के विकास ओबरॉय 6ठे स्थान पर हैं. 7वें नंबर पर बागमाने डेवलपर्स, बेंगलुरु के राजा बागमाने हैं. उनकी कुल संपत्ति 15,590 करोड़ रुपये है. मुंबई के रूनवाल डेवलपर्स के सुभाष रूनवाल 11,450 करोड़ की संपत्ति के साथ सूची में 8वें नंबर पर हैं. नौवें स्थान पर पिरामल रियल्टी के अजय पिरामल हैं. अजय के पास 6,560 करोड़ रुपये की संपत्ति बतायी गयी है. फीनिक्स मिल्स के अतुल रुइया 6,340 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 10वें स्थान पर हैं.
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टॉप-10 रिचेस्ट रियल एस्टेट डेवलपर्स
रैंक | नाम | कंपनी | शहर | संपत्ति |
1 | एमपी लोढा | लोढा डेवलपर्स | मुंबई | 44,270 करोड़ रुपये |
2 | राजीव सिंह | डीएलएफ | दिल्ली | 36,430 करोड़ रुपये |
3 | चंद्रू रहेजा | रहेजा कॉर्प | मुंबई | 26,260 करोड़ रुपये |
4 | जितेंद्र विरवानी | एम्बेसी पार्क | बेंगलुरु | 23,220 करोड़ रुपये |
5 | निरंजन हीरानंदानी | हीरानंदानी कम्यूनिटीज | मुंबई | 20,600 करोड़ रुपये |
6 | विकास ओबरॉय | ओबरॉय रीयल्टी | मुंबई | 15,770 करोड़ रुपये |
7 | राजा बागमाने | बागमाने डेवलपर्स | बेंगलुरु | 15,590 करोड़ रुपये |
8 | सुभाष रूनवाल | रूनवाल डेवलपर्स | मुंबई | 11,450 करोड़ रुपये |
9 | अजय पिरामल | पिरामल रीयल्टी | मुंबई | 6,560 करोड़ रुपये |
10 | अतुल रुइया | फोनिक्स मिल्स | मुंबई | 6,340 करोड़ रुपये |
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