Palamu : माओवादियों ने अपने चार साथियों के मारे जाने के विरोध में 24 और 25 मार्च को बिहार और झारखंड में बंद बुलाया था. माओवादियों के इस बंद के दूसरे दिन पलामू हरिहरगंज, पिपरा और जंगल के आसपास के क्षेत्रों में इसका मिलाजुला असर देखने को मिला.
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Palamu के कई इलाकों में बड़े वाहन नहीं चले
बिहार से सटे इलाकों में भी असर नजर आया. बड़े वाहन नहीं चले. अधिकतर दुकानें बंद रहीं. बता दें कि माओवादियों ने इससे पहले मार्च 2018 में बंद बुलाया था. करीब तीन वर्षों के बाद माओवादियो ने बंद की घोषणा की थी. इस बंद को देखते हुए पलामू पुलिस ने अलर्ट थी.
मुठभेड़ में मारे गए थे चार माओवादी
16 मार्च को पलामू से सटे बिहार के गया, डुमरिया में सीआरपीएफ और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी. 16 मार्च को पलामू से सटे बिहार के गया, डुमरिया में सीआरपीएफ और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी. इसमें 4 माओवादियों मारे गए थे. माओवादियों के मारे जाने के बाद माओवादियों ने 24 और 25 मार्च को दक्षिणी बिहार और पश्चिमी झारखंड में बंद बुलाया था.
बंद को को देखते हुए पलामू पुलिस ने अलर्ट जारी किया था. सभी संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जबकि सरकारी भवन और रेलवे ने सुरक्षा को बढ़ा दिया था. नक्सल इलाके में थाने को मुख्यालय से आदेश मिलने के बाद मूवमेंट करने को कहा गया था. बंद को देखते हुए झारखंड बिहार सीमावर्ती इलाका में पुलिस ने एंटी नक्सल अभियान भी चलाया.
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