Sahibganj : सूर्य उपासना का महापर्व छठ की छटा साहिबगंज में अनोखी और ख़ास होती है. झारखंड का एकमात्र जिला साहिबगंज ही है जहां से गंगा बहती है. नहाय खआय के साथ जब शुक्रवार को छठ की शुरात हुई तो गंगा घाट का नज़ारा देखते ही बन रहा था. उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर बसे राजमहल के सूर्यदेव घाट, मुक्तेश्वर धाम गंगा घाट सहित अन्य घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए छठ व्रतियों का हुजूम उमड़ पड़ा. साहिबगंज जिले के अलावा पाकुड़, गोड्डा, दुमका सहित कई अन्य जिलों से भी छठ व्रती यहां पहुंचते हैं. वही केएन क्लब छठ पूजा समिति के अध्यक्ष विकास कुमार राम की माने तो घाट पर साफ सफाई का कार्य लगभग संपन्न हो चुका है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन भी तत्पर है.
छठी मईया से पत्थर खदान व क्रशर उद्योग खुलने की अरज
छठ को लेकर लोगों की आस्था सर्वोच्च शिखर पर है. लेकिन जिले की लाइफलाइन मानी जाने वाले पत्थर व क्रशर उद्योग के पूरी तरह बंद होने से ज़िले की रौनक धूमिल नज़र आ रही है. ईडी की कार्रवाई और जिला खनन टास्क फोर्स की सख्ती से जिले में पत्थर व क्रशर उद्योग पूरी तरह ठप्प हो चुका है. लोगों के पास पैसे नहीं है. जिले के लोग छठ मईया से फिर से पत्थर खदान और क्रशर प्लांट के खुलने की अरजी लगा रहे हैं.
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