Bermo : बोकारो ज़िले में नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले महुआटांड़ में शुक्रवार को सरकार ‘पहुंची’ । आपकी योजना आपकी सरकार कार्यक्रम में पहुंचे अधिकारी भीतर से तो काफी सहमे-डरे थे, लेकिन ग्रामीणों के उत्साह ने उनके भय को समाप्त कर दिया.
आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत आज उग्रवाद प्रभावित महुआटांड़ में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में गोमिया बीडीओ कपिल कुमार, सीओ संदीप अनुराग टोपनो, पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, मुखिया बुधनी देवी, बीस सूत्री अध्यक्ष लुदु मांझी सहित प्रखंड के सभी विभाग के कर्मचारी स्टॉल लगाकर मौजूद थे. सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के करीब दो हज़ार ग्रामीण कार्यक्रम में पहुंचे और अपनी समस्याओं को आवेदन के साथ सरकार को समर्पित किया. महुआटांड़ पंचायत की मुखिया बुधनी देवी भी क्षेत्र के ग्रामीणों का सहयोग करते हुए लाभुकों का आवेदन पत्र संबंधित स्टॉल पर पहुंचाने में लगी रही. इस पंचायत में दो राजस्व ग्राम महुआटांड़ और गांगपुर है. यहां 25 फीसदी आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं जबकि शेष आबादी पिछड़ी और दलित समुदाय की है.
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ग्रामीणों ने जमा किये आवेदन
शिविर में सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के 302 व प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के 8 आवेदकों ने फॉर्म जमा किया. मौके पर फूलो झानो आशीर्वाद योजना के तहत 8 महिलाओ को 10-10 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया. वहीं 109 ग्रामीणों ने पेंशन का आवेदन जमा किया.
योजनाओं की दी गई जानकारी
कार्यक्रम में बीडीओ ने ग्रीन राशन कार्ड निर्माण, सोना सबरन धोती-साड़ी योजना, फुलो झानों आर्शीवाद योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, ई श्रम पोर्टल पर श्रमिक निबंधन, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना आदि योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी. इस मौके पर लाभुकों के बीच परिसंपत्ति व स्वीकृति पत्र का भी वितरण किया गया.
धीरे-धीरे बदल रही है तस्वीर
बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत 36 पंचायत में 14 पंचायत अति नक्सल प्रभावित माना जाता था. यहां कभी नक्सलियों का राज हुआ करता था. सरकारी पदाधिकारी या कर्मचारी जाने से डरते थे. लेकिन समय के साथ सब कुछ बदला. मौजूदा समय में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जिला से लेकर प्रखंड तक के अधिकारी और कर्मचारी उन क्षेत्रों में जाकर विकास कार्यों को जमीन पर उतार रहे हैं. ग्रामीणों से संवाद कर ऑन स्पॉट उनके हाथों में योजनाओं का स्वीकृति पत्र सौंप रहे हैं.
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