Pakur : पाकुड़ के राजा पाड़ा स्थित सिंहवाहिनी मंदिर प्रांगण में पंचवटी गीता परिवार की ओर से पांच दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया. वृंदावन से आये संत हरे कृष्ण दास जी व चितरंजन दास महाराज प्रवचन से भागवतगीता को जीवन में आत्मसात करने के रास्ते बता रहे हैं.
हरे कृष्ण दास जी महाराज ने कहा कि हम सभी भगवान को भूल कर भौतिक सुख सुविधा और चकाचौंध रोशनी को ही जीवन का सत्य मान बैठते हैं. जिसके परिणाम हमें अनेक प्रकार के कष्ट सहने होते हैं. कहा कि सत्संग ही एक ऐसा मार्ग है जहां आकर मनुष्य सत्य कर्म के पथ पर अग्रसर हो सकता है. जिस सत्संग से भगवान की अनुभूति ना हो, वो सत्संग अधूरी है. सत्संग ही एकमात्र साधन है जिससे मनुष्य अपने हर पापों से छुटकारा पाकर वैकुंठ धाम को पधार सकते हैं.
अनुष्ठान के आयोजन में पंचवटी गीता परिवार के संरक्षक पाकुड़ सिविल कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता निरंजन घोष, अध्यक्ष सह कुमार कालिदास मेमोरियल कॉलेज पाकुड़ के सेवानिवृत्त प्राचार्य चंद्रशेखर झा, सेवानिवृत्त पुलिस निरीक्षक भागीरथ तिवारी, सचिव सह केके डीएम उच्च विद्यालय जिगरहटी के प्रधानाध्यापक सह महासचिव दिलीप घोष, महासचिव संजय कुमार मंडल, उपसचिव सीतानाथ सरकार इंजीनियर, उपाध्यक्ष, मनोज कुमार चौबे, कोषाध्यक्ष संजय कुमार शुक्ला, प्रसनजीत साहा व समिति के अन्य सदस्य आयोजन में अहम भूमिका निभा रहे हैं.
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