बोकरो : बोकारो वासियों के मेडिकल कॉलेज निर्माण के सपने अधूरे पड़े हैं. घोषणा के बाद 7 साल बीत गए, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया. इसका मुख्य वजह समन्वय समिति की बैठक नहीं होना बताया जाता है. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वर्ष 2016 में मेडिकल कॉलेज निर्माण की घोषणा की थी. स्थानीय विधायक बिरंची नारायण ने सेक्टर 12 में फोर लेन से सटे भूमि चिन्हित किया, जिसे सेल ने मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित कर दिया. जमीन आवंटित किए जाने पर निर्माण की उम्मीद जगी. सरकार बदलते ही उम्मीद पर पानी फिर गई. मामले को विधानसभा में उठाया गया. वर्ष 2021 के मार्च में फिर सुगबुगाहट शुरू हुई. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सदन को निर्माण के लिए आश्वस्त किया. इसके बाद बीसीसीएल ने सीएसआर मद से अस्पताल बनाने का घोषणा की. 22 फरवरी 2022 को समन्वय समिति गठित की गई. समिति के अध्यक्ष विधायक बिरंची नारायण को बनाया गया. समिति में विधायक के अलावा उपायुक्त बोकारो, बीसीसीएल व बीएसएल के अधिकारी शामिल हैं. समिति की बैठक नहीं होने के कारण योजना अधर में लटक गई.
विधायक व सांसद उठ चुके हैं मामला
मामला विधायक बिरंची नारायण विधानसभा में और धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (DISHA) की बैठक में उठा चुके हैं. विधानसभा व दिशा की बैठक में आश्वासन के बाद भी मामला पुनः ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
बीसीसीएल ने दिया है प्रस्ताव
सेल ने अपनी 25 एकड़ भूमि पर मेडिकल कॉलेज निर्माण की अनुमति दी है. जमीन सेक्टर 12 में आवंटित की गई है. बीसीसीएल 500 बेड का हॉस्पिटल निर्माण के लिए विभाग को प्रस्ताव भी भेज चुका है. मामला जस का तस है.
क्या कहते हैं विधायक
विधायक बिरंची नारायण का कहना है कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद नहीं है. यह सिर्फ घोषणाओं की सरकार है. निर्माण कार्य के लिए कई बार पत्राचार किया गया, लेकिन कुछ प्रगति नहीं दिख रही है. कुछ दिन और देखता हूं, प्रगति नहीं दिखने पर समिति के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दूंगा.
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