Bismay Alankar
Hazaribag : हजारीबाग के चरही में कोयले की तस्करी की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. सूत्रों की मानें तो इस बार प्रमंडल स्तर के एक पुलिस अधिकारी का आशीर्वाद प्राप्त चरही निवासी चंदन को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. चंदन के जिम्मे धीरे धीरे काम को शुरू करने की हिदायत है. इसी क्रम में चरही और इसके आसपास चलने वाले 2 दर्जन ईंट भट्ठे में ट्रैक्टर से कोयला गिराया जा रहा है. अभी सीसीएल की बंद खदानों और चरही रेलवे साइडिंग से दर्जनों ट्रैक्टर कोयले को ईंट भट्ठे में खपाया जा रहा है.
स्थानीय अखबार के पत्रकार ने सवाल उठाया तो मिली धमकी
चरही के एक दैनिक अखबार के संवाददाता ने कोयले की तस्करी को लेकर एक सूचना जिले के एक वरीय अधिकारी को दी थी. आरोप है कि इस बात की खबर स्थानीय थाने से कोल माफिया तक पहुंच गई . बाद में उस कोयले माफिये ने धनबाद के एक गैंगस्टर के नाम से उस पत्रकार को धमकी दी. इस बात की सूचना थाने समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है.
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चुरचू, चरही का इलाका है कोयला तस्करी के लिए बदनाम
हजारीबाग के चुरचू और चरही से अवैध कोयले का उत्खनन, सीसीएल की खदानों और रेलवे साइडिंग से कोयले की चोरी और तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है. सामान्यतः इसकी शुरुआत इन ईंट भट्ठों में कोयले की सप्लाई से ही होती है. उसके बाद अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा, तो फिर कोयला किसी सुनसान जगह डंप किया जाता है, जहां से जाली कागज बना कर इसे ट्रक के माध्यम से बिहार और यूपी भेजा जाता है.
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