- काम शुरू करने के लिये आवश्यक कागजात जमा करने का दिया गया है निर्देश- कार्यपालक अभियंता
Saraikela: जिला परिषद के पदाधिकारियों की लापरवाही एवं उदासीन रवैये के कारण टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद लगभग तीन महीने से जिले में अभी तक एक भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है. इससे जिला परिषद सदस्य समेत आम लोगों में विभाग के अधिकारियों के खिलाफ रोष है. इन योजनाओं में अधिकांश सड़क एवं नाली निर्माण कार्य से जुड़े हुए हैं. नाली एवं सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से लोग नारकीय जीवन जीने के लिए विवश हैं. लोगों का कहना है कि विभागीय अधिकारियों की ऐसे रवैये रही तो आनेवाले बरसात के मौसम और पंचायत चुनाव के कारण निर्माण कार्य ठप हो सकता है.
4 साल बाद जिले में विकास कार्य के लिए राशि आवंटित
जिला परिषद का चुनाव 2015 में हुआ था. जिला परिषद का कार्यकाल 5 जनवरी 2021 को खत्म हो गया है. कोरोना महामारी के कारण सरकार की ओर से 6 महीने का कार्यकाल बढ़ा दिया गया. चुनाव के बाद पहली बार 15वें वित्त आयोग योजना के तहत लगभग 3.5 करोड़ रुपये से 30 योजनाओं की राशि आवंटित की गई है. निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से जिले के विभिन्न प्रखंडों से चुनकर आए 18 जिला परिषद सदस्यों का विकास का सपना पूरा नहीं हुआ.
लापरवाही एवं उदासीन रवैया
जिला परिषद सदस्य सुधीर महतो जिला परिषद के अधिकारियों की लापरवाही एवं उदासीनता के कारण नाखुश हैं. उन्होंने कहा कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है. इससे लगभग 15 लाख रुपए से कांड्रा में नाली एवं छोटा गम्हरिया में पीसीसी सड़क निर्माण का काम अधर में लटक गया है.
आवश्यक कागजात जमा करने का निर्देश
जिला परिषद के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार ने कहा कि निर्माण कार्य शुरू करने के लिए आवश्यक कागजात जमा करने का निर्देश दिया गया है. विभाग में एक कर्मचारी कार्यरत रहने के कारण विलंब हो रहा है. जल्द निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा.