Adityapur (Sanjeev Mehta) : झारखंड सरकार पता नहीं क्यों जल्दबाजी में नगर निगम का चुनाव कराना चाहती थी, जबकि अभी वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल 28 अप्रैल तक शेष है. चुनाव प्रक्रिया अपनाकर विकास के पहिये को रोकने का काम जरूर किया है, लेकिन नगर निगम क्षेत्र का विकास नहीं थमेगा. यह दावा आदित्यपुर नगर निगम के मेयर विनोद कुमार श्रीवास्तव ने किया है. उन्होंने कहा कि अभी 4 महीने का कार्यकाल बाकी है, इसलिए हमने बोर्ड बैठक बुलाकर योजनाओं का चयन करने का निर्णय लिया है. अगर आवंटन मिला तो कार्ययोजना बनाकर उसे अंजाम तक पहुंचाया जाएगा.
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कार्यकाल का ढाई साल तो कोरोना में बीत गया
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मेयर विनोद श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे कार्यकाल का ढाई साल तो कोरोना में बीत गया. इसके बावजूद काफी विकास के कार्य हुए हैं. अभी हमलोगों ने जलापूर्ति और सीवरेज योजनाओं से क्षतिग्रस्त सड़कों और नालियों को दुरुस्त करने की योजनाएं बनाई थीं, जिसे धरातल पर उतारा जाना था कि झारखंड सरकार ने चुनाव प्रक्रिया अपना कर इसपर ब्रेक लगा दी. हालांकि अब चुनाव टल गया है तो शीघ्र बोर्ड की बैठक बुलाकर सारी चीजों को पटरी पर लाने का काम कर रहे हैं. नगर निगम क्षेत्र में कई ऐतिहासिक कार्य हुए हैं. हमने खुद का राजस्व बढ़ाकर क्षेत्र में विकास कार्य को नया आयाम दिया है. दो ट्रैक्टर और चंद सफाई मजदूरों वाले निगम में आज भरपूर संसाधन मौजूद हैं और सालाना टैक्सेशन से करीब 10 करोड़ रुपए का राजस्व भी मिल रहा है.
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निगम का अत्याधुनिक कार्यालय राजनीति की वजह से नहीं बना
उन्होंने बताया कि उन्हें नगर निगम क्षेत्र में एक टाउन हॉल निर्माण और नगर निगम के अत्याधुनिक कार्यालय नहीं बनने का मलाल है. यह काम स्थानीय राजनीति की वजह से नहीं हुआ. हमें आवास बोर्ड से जमीन का अनापत्ति प्रमाणपत्र मिल चुका था. निर्माण के लिए पर्याप्त फंड मौजूद थे. अगर यहां के जागरूक नागरिक उन्हें दोबारा मौका देंगे तो वे इसे जरूर पूरा करेंगे. जलापूर्ति योजना और सीवरेज योजना में वन विभाग की थोड़ी मुश्किल है. जैसे ही वन विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त होता है, दोनों योजनाएं छह महीने में पूरी हो जाएंगी. पाइप लाइन का कार्य लगभग पूरा हो चुका है.