By our Special correspondent
New Delhi/Bangaluru): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत इस अनूठी स्थिति में है कि वह सूचना के इस युग में विश्व के देशों से आगे निकल सकता है. भारत के पास सर्वश्रेष्ठ दिमाग और सबसे बड़ा बाजार है, तथा भारतीय प्रौद्योगिकी की विश्व में पैठ बनाने की क्षमता है.
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आज बेंगलुरू टेक सम्मेलन का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत में डिजाइन किए गए तकनीकी समाधानों को विश्व में पहुंचाया जाए. तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरेसन और स्विटजरलैंड के उपराष्ट्रपति गाय परमिलन वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
प्रधानमंत्री ने आईटी नवोन्मेष और अन्य प्रौद्योगिकी उद्योगों को उदारवादी नीति का आश्वासन दिया. प्रधानमंत्री ने युवा प्रतिभाओं से डेटा और आईटी आधारित उत्पादों की सुरक्षा के लिए मजबूत साइबर सुरक्षा समाधान निकालने का आह्वान किया.
उन्होंने एक मजबूत डेटा प्रबंधन ढांचे पर जोर दिया. रक्षा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की भूमिका का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक विवाद, तकनीकी नवाचार पर आधारित है जिसमें डेटा विश्लेषण की अहम भूमिका है.
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प्रधानमंत्री ने भारतीय उत्पादों के वैश्विक मानकों पर खरा उतरने के कुछ उदाहरणों का जिक्र किया. यूपीआई प्लेटफॉर्म की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इससे हर कोई डिजिटल भुगतान कर सकता है और पिछले महीने इस प्लेटफॉर्म के जरिए दो अरब वित्तीय लेनदेन हुआ. सरकारी कार्यक्रमों को तेजी से पहुंचाने और पारदर्शिता को प्रोत्साहित देने में प्रौद्योगिकी की मदद का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से उठाए गए तकनीकी कदमों से कैसे प्रशासन के लाभ को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में मदद मिली है.
मोदी और जेवियर बेटल के बीच आज शाम वर्चुअल बैठक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लग्जमबर्ग के प्रधानमंत्री जेवियर बेटल के बीच आज शाम वर्चुअल बैठक होगी. पिछले दो दशकों में यह पहला अवसर है, जब दोनों देशों के शीर्ष नेताओँ के बीच बैठक हो रही है. दोनों नेता कोविड- परवर्ती विश्व में भारत -लग्जमबर्ग सहयोग बढ़ाने सहित द्विपक्षीय संबंधों के समूचे परिप्रेक्ष्य पर विचार करेंगे. वे अंतर्राष्ट्रीय और आपसी हित के वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. भारत और लग्जमबर्ग के बीच पिछले वर्षों में उच्चस्तरीय वार्तालाप निरन्तर होता रहा है. इससे पहले दोनों प्रधानमंत्री तीन बार मिल चुके हैं.
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पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा,”पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी को उनकी जयंती पर नमन.”
मोदी ने रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अपर्ति की. एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, “आजादी की पहली लड़ाई में अद्भुत पराक्रम का परिचय देने वाली वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन. उनकी शौर्यगाथा देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बनी रहेगी.”