Jaipur : कीर्तन में जाने से मना करने पर इंजीनियर अनुज शर्मा ने अपनी सगी ताई सरोज देवी की हथौड़े से मार कर हत्या कर दी. रसोई में मर्डर करने के बाद बॉडी को घसीट कर बाथरूम में ले गया. फिर बाजार से मार्बल कटर लाकर शव के 8 टुकड़े कर ट्रॉली बैग में भरे और मौका पाकर इन्हें दिल्ली-सीकर हाईवे पर तीन अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया. घटना जयपुर के विद्याधर नगर थाना क्षेत्र के सेक्टर-2 की है. उस समय अनुज और उसकी ताई सरोज देवी घर में अकेले थे. पुलिस के मुताबिक सरोज देवी (62) ने अपने जेठ के बेटे अनुज शर्मा को एक धार्मिक कार्यक्रम में जाने से रोका, तो वह तैश में आ गया और उनकी हत्या कर दी. घटना 11 दिसंबर की है. सरोज देवी की बेटियों ने 16 दिसंबर को अपनी मां की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. उन्होंने अपने चचेरे भाई अनुज शर्मा पर हत्या का शक जताया था. पुलिस ने आरोपी अनुज को गिरफ्तार कर लिया है.
कीर्तन में जाने से रोका था
पुलिस ने बताया कि हत्या 11 दिसंबर की सुबह करीब 10.30 बजे की गई. आरोपी ‘हरे कृष्णा’ मूवमेंट से जुड़ा है. वह कीर्तन में दिल्ली जाने वाला था. सरोज देवी ने उसे रोका. उन्होंने कहा कि मत जाओ, मेरे पास रहो. अनुज को गुस्सा आ गया. उसने हथौड़े से सरोज देवी की हत्या कर दी. इसके बाद उसने बॉडी को चाकू से काटने की कोशिश की. हडि्डयां नहीं कटीं तो वह मार्बल कटर ले आया. इससे बॉडी के टुकड़े-टुकड़े किए. इसके बाद तीन-चार घंटे बाद तक वह बॉडी को ठिकाने लगाने की कोशिश करता रहा.
तीन-चार घंटे तक बॉडी के टुकड़ों को लेकर घूमता रहा
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि वारदात के बाद अनुज करीब तीन-चार घंटे तक बॉडी के टुकड़ों को लेकर घूमता रहा. वह साथ में बाल्टी भी लेकर घूम रहा था. शाम करीब 4 बजे सीकर-दिल्ली हाईवे पर वन विभाग की चौकी के पीछे उसने शव के टुकड़ों को फेंक दिया. बाल्टी से टुकड़ों के ऊपर मिट्टी डाल दी. इसके बाद बैग और बाल्टी लेकर घर लौट आया. यहां उसने बैग भी धोया.
गुमशुदगी की रिपोर्ट विद्याधर नगर थाने में दर्ज करवायी
12 दिसंबर को आरोपी अनुज ने ताई की बेटी पूजा को कॉल कर बताया कि 11 दिसंबर की दोपहर करीब 3 बजे बड़ी मम्मी (सरोज देवी) रोटी देने के लिए घर से बाहर गई थीं. इसके बाद वापस नहीं आईं. उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट विद्याधर नगर थाने में करवा दी है. खबर लगते ही उसी दिन बड़ी बहन मोनिका चाचा के घर आ गई. 13 दिसंबर को मोनिका घर में ही थी. अनुज दीवार पर लगे खून के धब्बे कपड़े से साफ कर रहा था. मोनिका ने उससे पूछा तो वह घबरा गया. कहा कि मुझे नकसीर आ गई थी. जो दीवार पर लग गई, उसे साफ कर रहा हूं. मोनिका को शक हुआ तो उसने छोटी बहन पूजा को कॉल कर बताया. इस पर पूजा भी अपने पति के साथ 15 दिसंबर को चाचा के घर पहुंची.
शक होने पर हरिद्वार चला गया हत्यारा
घर पहुंचने पर पूजा ने अपनी बड़ी बहन मोनिका से चचेरे भाई अनुज के बारे में पूछा. मोनिका ने बताया कि अनुज हरिद्वार गया है. दोनों बहनों ने आपस में बात की तो अनुज पर शक और गहरा गया. इसके बाद शुक्रवार शाम थाने जाकर दोनों बहनों ने गुमशुदा मां की हत्या का शक जताया. दोनों बहनों का इशारा अनुज की तरफ ही था.
सरोज देवी पिछले 3-4 साल से कैंसर से पीड़ित थी
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि अजमेर रोड स्थित भांकरोटा (जयपुर) से आरोपी अनुज शर्मा ने इंजीनियरिंग की थी. 1 साल पहले ही उसने ‘हरे कृष्णा’ मूवमेंट से दीक्षा ली थी. पिता पीएनबी में एजीएम पद से रिटायर हुए हैं. वारदात के दौरान परिवार के लोग बेटी के लिए रिश्ता देखने दिल्ली गए थे. सरोज देवी पिछले 3-4 साल से कैंसर से पीड़ित थीं. उनकी कीमोथैरेपी चल रही थी.
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