Paris : पाकिस्तान में फ्रांस के नागरिक खतरे में हैं. खबर है कि फ्रांस ने अपने नागरिकों को तुरंत पाकिस्तान छोड़ने की सलाह दी है. बता दें कि इस्लामाबाद में स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने एक ईमेल के जरिए कहा है कि उनके ऊपर गंभीर खतरा मंडरा रहा है. कहा है कि अगर कोई फ्रांसीसी नागरिक पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में रहता हो तो वह तुरंत ही दूसरे देश रवाना हो जाये. जान लें कि पाकिस्तान के कई शहरों में इन दिनों कट्टरपंथी संगठन फ्रांस से राजनयिक संबंध तोड़ने को लेकर उग्र विरोध कर रहे हैं.
पाकिस्तानी संसद में निंदा प्रस्ताव पारित किया जा चुका है
बता दें कि पाकिस्तान के कट्टरपंथी फ्रांस की मैगजीन चार्ली हेब्दो में प्रकाशित किये गये मोहम्मद साहब के विवादित कार्टून से चिढ़े हुए हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के इस्लामिक आतंकवाद पर दिये गये बयान को लेकर भी पाकिस्तानी संसद में निंदा प्रस्ताव पारित किया जा चुका है. इतना ही नहीं, पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने फ्रांसीसी राजदूत को तलब कर विरोध भी जताया था.
हजारों लोग साद रिजवी की रिहाई को लेकर सड़कों पर हैं
पाकिस्तान में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहे कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के मुखिया साद रिजवी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. उसके संगठन को भी हिंसा फैलाने के आरोप में आतंकवाद अधिनियम के तहत प्रतिबंधित किया जा चुका है. फिर भी पाकिस्तान के कई शहरों में हजारों लोग साद रिजवी की रिहाई को लेकर सड़कों पर हैं.
हिंसक प्रदर्शनों में अबतक 7 की मौत
पाकिस्तान में हिंसा और झड़पों के दौरान अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पार्टी समर्थकों ने फ्रांस के राजदूत को निष्कासित करने के लिये इमरान खान सरकार को 20 अप्रैल तक का समय दिया था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिजवी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.