Ranchi : राज्य की मौजूदा चिकित्सा व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए झारखंड चैंबर ऑफ काॅमर्स ने कहा कि ऐसे समय में जब लोगों को सबसे ज्यादा आवश्यकता है कि समय स्वास्थ्य विभाग की मौजूदगी कहीं नजर नहीं आती.
चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने कहा कि चिंता की बात केवल यही नहीं कि कोविड से संक्रमित होने और दम तोड़ने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, बल्कि यह भी है कि अस्पतालों में कोविड की दवा रेमडेसिविर की कमी के कारण मरीजों के परिजन विभिन्न अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं. कोविड मरीजों को अस्पतालों में केवल बेड और वेंटिलेटर मिलने में ही परेशानी नहीं हो रही, बल्कि जरूरी दवाओं और ऑक्सीजन की कमी भी साफ दिख रही है. अभी संक्रमण की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के कोई आसार भी नहीं, ऐसे में शीघ्र ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा यदि चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जाता है तो आनेवाला समय और अधिक कठिनाई भरा हो सकता है.
पहली लहर के बाद ही तैयारी पूरी होनी चाहिए थी
चैंबर अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए कहा कि संक्रमण की पहली लहर से सबक लेते हुए सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था दुरूस्त करने की युद्धस्तर पर कवायद होनी चाहिए थी. सामान्य दिनों में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की भूमिका बस रेफर करने तक सिमट कर रह गई है. वर्तमान व्यवस्था से लोग अपने स्वास्थ्य की चिंता से आशंकित हैं, जो झारखण्ड जैसे राज्य के लिए चिंता की बात है. चैम्बर अध्यक्ष ने इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्द्धन को भी पत्राचार कर, झारखण्ड में पर्याप्त संख्या में रेमडेसिविर की आपूर्ति की मांग की थी.
चैंबर अध्यक्ष ने जांच रिपोर्ट में विलंब पर भी आपत्ति जताई और कहा कि वर्तमान में जांच रिपार्ट मिलने में 5-7 दिन लग रहे हैं, जिस कारण संक्रमित व्यक्ति अपना इलाज कराने में विलंब कर रहे हैं और रिपोर्ट मिलने तक उनकी स्थिति गंभीर हो चुकी होती है. जांच सेंटर्स अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य कर रहे हैं. फिर भी उन्ही पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है, क्यों नहीं स्वास्थ्य विभाग जांच सेंटर के दायरे को बढ़ाता है. वर्तमान परिपेक्ष्य में जांच सेंटर के दायरे को बढ़ाने की अत्यावश्यकता है.
चैंबर ने झारखंड प्लास्टिक पैकेजिंग मैटेरियल संघ के साथ की बैठक
उधर, कोरोना महामारी के बीच व्यापार जगत के बीच व्याप्त आशंकाओं को लेकर गुरुवार को ही झारखंड प्लास्टिक पैकेजिंग मैटेरियल एसोसिएशन ने झारखंड चैंबर ऑफ काॅमर्स के साथ चैंबर भवन में विभिन्न मुद्दों पर बैठक की. चैंबर अध्यक्ष ने महामारी की स्थिति सामान्य होने के बाद संघ की समस्याओं को विभागीय उच्चाधिकारियों के समक्ष रखने का आश्वासन दिया.
बैठक के दौरान ही झारखंड प्लास्टिक पैकेजिंग मैटेरियल संघ ने झारखण्ड चैंबर ऑफ काॅमर्स की सम्बद्धता प्राप्त की. साथ ही चैंबर अध्यक्ष के आग्रह पर संघ के पदाधिकारियों ने संक्रमितों के इलाज के लिए दो ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए सहयोग दिया.
चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने एसोसिएशन के सदस्यों को इस संकट की घड़ी में जिला प्रशासन द्वारा जारी सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए व्यापार करने की सलाह दी. साथ ही जरूरतमंदों के लिए दो ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए सहयोग देने के लिए संघ के पदाधिकारियों का आभार जताया. उन्होंने यह भी कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में व्यापारी समाज का योगदान सदैव स्मरणीय रहा है. महामारी के आरंभ में भी व्यापारियों ने पिछले वर्ष समाज के निर्धन परिवारों को सहयोग किया था, इस बार भी जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क ऑक्सीजन मिल सके. इस के लिए व्यापारी समाज अपना हरसंभव प्रयास कर रहा है.