NewDelhi : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा का शुक्रवार की सुबह यहां निधन हो गया. माना जा रहा है कि उनकी मृत्यु कोविड-19 के कारण हुई. वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी. रंजीत सिन्हा 68 वर्ष के थे. एएनआई के अनुसार 68 वर्षीय सिन्हा ने दिल्ली में शुक्रवार तड़के साढ़े 4 बजे के आसपास अंतिम सांसें लीं. अधिकारियों के अनुसार गुरुवार रात श्री सिन्हा के कोरोना वायरस संक्रमित होने का पता चला था.
सिन्हा 2012 में सीबीआई के निदेशक बने
बता दें कि बिहार कैडर के 1974 बैच के अधिकारी रंजीत सिन्हा ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) एवं रेलवे सुरक्षा बल का नेतृत्व किया था और 2012 में सीबीआई प्रमुख बनने से पहले वे पटना एवं दिल्ली में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो में वरिष्ठ पदों पर रहे.
उनपर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे. सीबीआई ने ही उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस भी दर्ज किया था, उनपर आरोप था कि उन्होंने सीबीआई डायरेक्टर के पद पर रहते हुए कोयला आवंटन घोटाले की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी.
सीबीआई ने सिन्हा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी
सिन्हा की संदिग्ध भूमिका की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया था. इस आदेश के तीन महीने बाद सीबीआई ने सिन्हा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. 1974 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रंजीत सिन्हा 2012 से 2014 के बीच दो साल के लिए सीबीआई के निदेशक रहे थे. सीबीआई निदेशक रहते हुए अपने आवास पर कोयला आवंटन के कुछ आरोपियों से कथित मुलाकात से पैदा हुए विवाद के बाद रंजीत सिन्हा सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे थे