Kiriburu (Shailesh Singh) : अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष शंभू हाजरा ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिख सारंडा व पश्चिम सिंहभूम जिले में बंद खदानों को चालू करवाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पश्चिम सिंहभूम में लौह अयस्क प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यहां सेल और टाटा स्टील को छोड़ सभी खदानें 31 मार्च 2020 से बंद हैं. खदानों को बंद हुए लगभग तीन साल होने जा रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार अभी तक सोयी हुई है. राज्य सरकार ने ऑक्शन के नियमों के तहत न तो आवंटन की प्रक्रिया शुरू की और न ही खदानों में पड़े शेष माल को बेचने की अनुमति दी है.
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इस कारण इस क्षेत्र के मजदूर और कर्मचारी बेरोजगार हो चुके हैं. सैकड़ों नौजवान रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में पलायन को मजबूर हो गए हैं. पश्चिम सिंहभूम में सारंडा क्षेत्र में किरीबुरू, गुआ, बड़ाजामदा, नोवामुंडी, जगन्नाथपुर आदि में आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है. अनुसूचित जाति और जनजाति की जमीन पर उद्योग धंधे लगाने में सीएनटी एक्ट भी बहुत बड़ा बाधक है. इसके कारण आयरन ओर की प्रचुरता के बावजूद आज तक कोई भी बड़ा उद्योग स्थापित नहीं हो सका है. पड़ोसी राज्य ओडिशा में भी उक्त तिथि को काफी खदानें बंद हो गई थीं, लेकिन वहां की सरकार की मुस्तैदी के कारण सारी खदानों को ऑक्शन की प्रक्रिया के तहत शुरू कर दिया गया है.