Ranchi: खान एवं भूतत्व विभाग द्वारा शाह ब्रदर्स को पश्चिमी सिंहभूम के करमपदा माइंस में खनन करने और बिक्री करने की मिली अनुमति पर सरयू राय ने जतायी नाराजगी. शाह ब्रदर्स को ब्रिकी कर सरकार को 200 करोड़ रूपये जमा करने की अनुमति मिली है.
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.@HemantSorenJMM खान सचिव द्वारा एक पट्टाधारी का लौह अयस्क भंडार बेचने के लिये 18.11.2020 को दिया गया आदेश राज्य के वित्तीय हित के विरूद्ध है,अनुचित है, पक्षपातपूर्ण है, निहित स्वार्थ से प्रेरित है, सुप्रीम कोर्ट के मेसो निर्णय (ओड़िसा) की अवहेलना है. पुनर्विचार कर इसे रद्द करें.
— Saryu Roy (@roysaryu) November 22, 2020
सरयू राय ने ट्वीट कर जतायी नाराजगी
जमशेदपुर के विधायक एवं पूर्व मंत्री सरयू राय की नाराज़गी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है. कि उन्होंने पिछले 2 दिनों में 2 ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ध्यान इस ओर आकर्षित करने की कोशिश की है. अपने ट्वीट में सरयू राय ने लिखा है कि खान सचिव द्वारा एक पट्टाधारी का लौह अयस्क भंडार बेचने के लिए 18.11.2020 को दिया गया आदेश राज्य के वित्तीय हित के विरूद्ध है, अनुचित है, पक्षपातपूर्ण है और निहित स्वार्थ से प्रेरित है. ये सुप्रीम कोर्ट के मेसो निर्णय (ओड़िसा) की अवहेलना है. इसपर पुनर्विचार कर इसे रद्द करें.
वहीं 20 नवंबर को उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि पिछले 20 वर्षों में झारखंड की सभी सरकारें कमोबेश लौह अयस्क के अवैध खनन और व्यवसाय के भ्रष्ट दलदल में पांव घुसाते रही हैं. बदनाम होकर सत्ताच्युत होते रही हैं. वर्तमान सरकार को भी इस दलदल की ओर ढकलने की कोशिश शुरू हो चुकी है. पहला कदम उठ चुका है. राज्य हित में हेमंत सोरेन इसे रोके.
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सरयू राय उठाते रहे हैं खनन और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे
बता दें कि सरयू राय लंबे समय से खनन और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को उठाते रहे हैं. सारंडा में लौह अयस्क के अवैध खनन को लेकर उन्होंने झारखंड हाइकोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है . राज्य के बहुचर्चित खनन घोटाला का पर्दाफाश भी उनके द्वारा किया जा चुका है. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और उनके सहयोगियों को जेल भी जाना पड़ा है.
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