Chakradharpur (Shambhu Kumar) : चक्रधरपुर प्रखंड के केरा रास मैदान में मंगलवार को सुरेश चन्द्र साधु की अध्यक्षता में ओड़िया समाज के लोगों की एक बैठक हुई. इसमें झारखंड सरकार द्वारा राज्य में ओड़िया भाषा को द्वितीय राज भाषा का दर्जा देने के बावजूद हमेशा ओड़िया भाषा-भाषियों की अवहेलना किये जाने पर नाराजगी जताई गई. कहा गया कि ओड़िया विद्यार्थियों को शिक्षा के अधिकार से वंचित करने का षड़यंत्र किया जा रहा है. जबकि कोल्हान में 33 प्रतिशत ओड़िया भाषी मूलवासी है और उनकी भाषा प्राचीनतम है. धीरे-धीरे ओड़िया शिक्षकों की बहाली नहीं होने से ओड़िया स्कूलों को हिंदी स्कूलों में हस्तांतरण किया जा रहा है. इसे लेकर ओड़िया समाज मे काफी असंतोष है.
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झारखंड सरकार के नीति की निंदा की
हाल ही में झारखंड अधिविद परिषद ने इसी महीने विज्ञप्ति जारी कर साहित्य के भाषा में ओड़िया भाषा को मुक्त किया है. इसके कारण ओड़िया विद्यार्थियों को शिक्षा के अधिकार से वंचित होना पड़ रहा है. इसके साथ ही अन्य मुद्दों पर भी इस बैठक में चर्चा की गई और झारखंड सरकार के ओड़िया विरोधी नीति की निंदा की गई. बैठक में जगदीश दाश, सुभाष दास, सत्य प्रकार कर, दिनेश चन्द्र नन्दी, शरत कुमार नन्दा, अंकित पति, अभ्यानन्द, बलराम प्रधान सहित कई मौजूद थे.