Ranchi : बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने सोमवार यानी 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक प्रदेश में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मानने का फैसला किया है. इसके लिए आम लोगों के लिए कई तरह की पाबंदी लगायी है. इस पाबंदी से लोगों को हुई परेशानियों को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यवासियों से क्षमा मांगी है. राज्यवासियों के नाम संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह नितांत जरूरी था कि सरकार कुछ सख्ती बरते. इन सख्ती से अगर किसी को भी परेशानी हुई है, तो वे क्षमा मांगते हैं.
अपने संदेश में सीएम ने राज्यवासियों को “जोहार” कहते हुए कहा कि झारखंड के लोगों की सुरक्षा के लिए जो स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मानने का फैसला किया गया है, उसका पालन सभी लोगों को करना है. झारखंडवासियों के दृढ़ संकल्प, संवेदनशीलता के तहत यह स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह सफलता पूर्वक पूरा किया जा सकता है. हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि राज्यवासी और झारखंड सुरक्षित रहे. हो सकता है कि इस निर्णय से कुछ लोगों को दिक्कत हो सकती है, लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण को देख यह निर्णय लेना अति आवश्यक था.
उन्होंने कहा कि कोरोना के इस चेन को तोड़ना था. सरकार समझती है कि झारखंड प्रदेश के लोग अपने आप में इतनी क्षमता रखते हैं कि हर असंभव काम को संभव को कर सकते हैं. लोग इस स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें. उन्हें पूरा उम्मीद है कि इससे प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति को काफी हद तक कम किया जा सकता है.
हेमंत सोरेन ने लोगों से एक बाऱ फिर अपील कर कहा कि लोग बेवजह घरों से बाहर नहीं निकले. हमेशा मास्क पहने.ज्यादा भीड़-भाड़ वाले इलाके में न रहें. घरों के अंदर खुद को और परिवार के अन्य सदस्यों को सुरक्षित रखने के लिए एक दायरे में रहे. सामाजिक दूरी बनाकर काम करें. तभी हम संक्रमण को रोकने में हम सफल होंगे. इसलिए इस स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में राज्यवासियों से पूरजोर समर्थन की आवश्यकता है.