Kiriburu (Shailesh Singh) : मागे पर्व और होली पर पश्चिम सिंहभूम जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में शराब माफिया सक्रिय हो गए है. ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में अवैध अंग्रेजी शराबों की बड़ी खेप ट्रकों से लाया जा रहा है. एजेंट विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर स्टॉक कर सप्लाई कर रहे हैं. यह शराब चास, बोकारो क्षेत्र के एक बड़े माफिया व उसके एक सहयोगी द्वारा पश्चिम सिंहभूम जिले में भेजा जा रहा है. इस अवैध कारोबार से राज्य सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व की हानि हो रही है. वहीं शराब माफिया लोगों को नकली शराब की आपूर्ति कर मालामाल हो रहे हैं.
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माफिया विभिन्न गांव क्षेत्रों में अवैध शराब का कर रहे है स्टॉक
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उल्लेखनीय है कि पश्चिम सिंहभूम के “हो” आदिवासी बहुल क्षेत्र के तमाम गांवों में प्रतिवर्ष माघ व फाल्गुन के महीने में मागे पर्व, बा पर्व, बड़ भोंजी पर्व कुछ दिनों के अंतराल में हर्षोउल्लास व पारम्परिक तरीके से मनाया जाता है. सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बार-बार जाकर लाना संभव नहीं है. इसी का फायदा उठाकर शराब माफिया विभिन्न गांव क्षेत्रों में अवैध शराब का स्टॉक कर अपने एजेंट के माध्यम से गांव क्षेत्रों में अवैध शराब बेचने वालों तक शराब की खेप नियमित पहुंचा रहे हैं. सूत्रों अनुसार शराब माफियाओं ने अपना अड्डा जगन्नाथपुर, जैतगढ़, जेटेया बाजार, हतनाबेड़ा बाजार, राईका, डुमुरजुवा, पोड़ंगहातु, करंजिया, नरसिंहपुर, जलडीहा, पटाजैत, हाटगम्हरिया, कुश्मिता, बेलपोसी, पोकाम, मुन्डुई, टुरली, बारला, खैरपाल, पड़सा, अधिकारी, खड़पोस, मझगांव, कुमारडुंगी आदि दर्जनों ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बनाया है. यहां से सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब की तस्करी व खपत कराई जा रही है. इससे राज्य सरकार को प्रतिमाह करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है.
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