Nirsa: निरसा (Nirsa) जिस बेटे को 9 माह पेट में रखकर जन्म दिया, सोचा था कि बुढ़ापे का सहारा बनेगा, उसी पुत्र ने एक पेपर पर साइन कराकर पूरी चल अचल संपत्ति अपने नाम करा ली. उक्त आरोप निरसा प्रखंड के पंडरा गांव की 72 वर्षीय शुभ्रा तिवारी ने अपने बड़े बेटे देवज्योति पर लगाया है. महिला ने शुक्रवार 3 मार्च को निरसा प्रखं सह अंचल कार्यालय के सामने पत्रकारों को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि उनकी एक बेटी और दो बेटा सहित तीन संतान है.
उन्होंने कहा कि बेटे की धोखाधड़ी की जानकारी हुई तो सच्चाई जानने के लिए पेपर की मांग की तो टालमटोल करता रहा. उन्होंने कहा कि देवज्योति तिवारी द्वारा मालिकाना हक के लिये बनाया गया कागजात अवैध है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि उनके पुत्र के मालिकाना हक के कागजात पर विश्वास न करें तथा उसके झांसे में आकर संपत्ति की खरीद बिक्री न करें. धोखे का शिकार हो सकते हैं.