Koderma : आपदा को अवसर का रूप देने में पीछे नहीं हट रहे 108 एंबुलेंस चालक. कोडरमा सदर अस्पताल से एक मरीज को रांची के रिम्स में रेफर किया गया. परिजन मरीज को ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को कॉल किया. एंबुलेंस भी मरीज को ले जाने को तैयार था. कोडरमा के सदर अस्पताल से मरीज को एंबुलेंस लेकर रांची की तरफ बढ़ी. रास्ते में चालक ने परिजनों से 3500 रूपये की मांग की. जिसके बाद परिजनों ने चालक से मापतौल कर 3000 हजार रुपये दिया.
एंबुलेंस चालक ने मरीज से लिया 3 हजार रुपये
दरअसल कोडरमा थाना क्षेत्र के चाराडीह निवासी सहदेव यादव 42 वर्ष के पैर का ऑपरेशन 3 अप्रैल को रांची के एक निजी अस्पताल में हुआ था. लेकिन जख्म नहीं भर पाने के कारण पैर का काफी बुरा हाल हो गया है. बुधवार शाम करीब 6 बजे परिजन सदर अस्पताल पहुंचे. वहां के डॉक्टरों ने रिम्स ले जाने की बात कहीं. वहीं गुरुवार सहदेव यादव का सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रांची रिम्स रेफर कर दिया गया. जिसके बाद सदर अस्पताल के चालक दिलिप कुमार ने बिना कोई जानकारी दिए मरीज को सदर अस्पताल के एंबुलेंस से रांची के लिए निकल पड़े और वहीं जब एंबुलेंस हजारीबाग से कुछ दुरी आगे पहुंचा तब परिजनों से 3 हजार 500 रुपयों की मांग की गई, यह सुनकर परिजन हक्का बक्का रह गए. और रांची रिम्स पहुंच कर मजबुरन परिजनों को 3 हजार रुपए देना पड़ा.
डॉक्टर ने रिम्स किया था रेफर
वहीँ इस मामले पर लिपिक प्रमोद कुमार ने बताया की बुधवार को हमसे बात हुई थी मैंने सुबह आने की बात कही और चिकित्सक से परामर्श लेने के बाद 108 एंबुलेंस से रांची रिम्स ले जाने को कहा था. सदर के एंबुलेंस से कैसे गया हमें पता नहीं है पैसे लेने की बात परिजनों के द्वारा मोबाइल के माध्यम से हमें भी दी गई है.
बता दें कि 108 एंबुलेंस की सेवा सदर अस्पताल से रेफ़र हुए सभी मरीजों को मुफ्त दिया जाता है. तो फिर सहदेव यादव के परिजनों से एंबुलेंस ने पैसा कैसे ले लिया. वो भी आधे रास्ते में जाकर.