LagatarDesk : देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस ने मार्च तिमाही का रिजल्ट जारी किया. कंपनी को O2C और रिटेल सेग्मेंट में रिकवरी मिली है. डिजिटल सर्विस में भी कंपनी ने अच्छी प्रदर्शन किया है. कंपनी को जनवरी से मार्च तक शुद्ध लाभ 13,227 करोड़ रुपये हुआ. पिछले साल समान समय अवधि में कंपनी का मुनाफा 6,348 करोड़ रुपये था. एक साल में कंपनी के मुनाफे दोगुना हो गये. इसमें सालाना आधार पर 108.4 फीसदी और तिमाही आधार पर 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की आमदनी बढ़ी
कंपनी ने कहा कि पेट्रोकेमिकल और कंज्यूमर बिजनेस में सुधार हुआ है. इसलिए रिलायंस कंपनी का प्रॉफिट बढ़ा है. कंपनी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को सूचना दी कि पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभा 6,348 करोड़ था. समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की टोटल रेवेन्यू बढ़कर 1,72,095 करोड़ रुपये रही. जो 2019-20 की इसी तिमाही में 1,51,461 करोड़ थी. मार्च तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का टोटल रेवेन्यू 1.49 लाख करोड़ रहा. जबकि दिसंबर तिमाही में कंपनी का टोटल रेवेन्यू 1.18 लाख करोड़ का था. पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में Jio Platforms का शुद्ध लाभ में 47.5 फीसदी का उछाल देखने को मिला. चौथी तिमाही में कंपनी को 3,508 करोड़ का लाभ हुआ.
रिलायंस के सभी सेक्टर में ग्रोथ
कंपनी का ग्रॉसरी बिजनेस और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बिजनेस भी काफी ग्रो किया है. कोरोना काल में कंपनी का ऑनलाइन ग्रॉसरी का डिमांड बढ़ा है. कंपनी ने कहा कि पेट्रोकेमिकल और कंज्यूमर बिजनेस में सुधार हुआ है. इसलिए रिलायंस कंपनी का प्रॉफिट बढ़ा है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के EBDT(Earning Before Interest and Tax) में 41 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई है. कंपनी का EBDT 3,623 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
रिटेल सेक्टर पर दिखा कोरोना का असर
हालांकि रिलायंस के रिटेल सेक्टर का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा. कोरोना की दूसरी लहर का इस पर असर देखा गया. कोरोना के पहले के स्तर से 35-40 फीसदी की कमी देखने को मिली. RIL के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत त्रासदी से गुजर रही है. उनकी प्राथमिकता देश और समुदाय को कोरोना संकट से बचाना है. जामनगर में कंपनी जीवन बचाने वाले मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही हैं.