Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद जिले में बहुद्देशीय परीक्षा भवन लगभग दो दशकों से निर्माण की बाट जोह रहा है.. हालत यह है कि परीक्षाओं का बोझ कॉलेज व बड़े स्कूलों पर पड़ता है और कक्षाएं सस्पेंड होती हैं. बच्चे बिना पढ़ाई के परीक्षा देने को विवश हो रहे हैं. सरकार ने वर्ष 2013-14 में बहुद्देशीय परीक्षा भवन के लिए आईआईटी-आईएसएम गेट के पास 71 डिसमिल जमीन उपलब्ध कराई थी. तत्कालीन सीओ ने जमीन की मापी भी करा दी थी. भवन निर्माण की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी पीके रॉय कॉलेज को सौंपी गई. वर्ष 2013-14 में ही सरकार से भवन के पहले चरण के निर्माण के लिए पीके रॉय कॉलेज को 65 लाख रुपये सौंप दिये गए. इसी बीच आईआईटी-आईएसएम ने जमीन पर दावा ठोंक दिया व योजना शुरू होने से पहले ही रुक गई.
पिछले वर्ष फरवरी में दुबारा मिली जमीन
पीके रॉय कॉलेज के प्राचार्य डॉ बीके सिन्हा और उच्च शिक्षा विभाग के तत्कालीन निदेशक सूरज कुमार के प्रयास से पीके रॉय कॉलेज को वर्ष 2022 में दुबारा जमीन भी मिल गई. फिर 5 फरवरी 2022 को सरस्वती पूजा के दिन जमीन पर बाउंड्री वॉल के लिए भूमिपूजन भी किया गया. परंतु भूमिपूजन के एक वर्ष बाद भी इस जमीन पर काम शुरू नहीं हो सका.
छात्रों को बगैर पढ़ाई देनी होती है परीक्षा
बहुद्देशीय परीक्षा भवन निर्माण का उद्देश्य कॉलेजों पर से परीक्षा का बोझ कम करना था. लगातार हो रही परीक्षाओं की वजह से महीने में ज्यादातर दिन कक्षा स्थगित रहती है. नई शिक्षा नीति-2020 लागू हो जाने के बाद से कोर्स पहले की अपेक्षा ज्यादा कठिन हो गए हैं. कोर्स के साथ वोकेशनल विषयों को जोड़ने के बाद कक्षाओं के साथ प्रैक्टिकल का महत्व बढ़ गया है.
फ़ाइल देखने के बाद ही निर्णय लूंगा : प्राचार्य
पीके रॉय कॉलेज के प्राचार्य डॉ कौशल कुमार से सवाल किया गया तो जवाब मिला कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही कॉलेज का प्रभार लिया है. बहुद्देश्यीय परीक्षा भवन की फ़ाइल देखने के बाद ही कुछ निर्णय लूंगा. यदि सब कुछ ठीक रहा तो अपने कार्यकाल में इसे पूरा करने का प्रयास करूंगा.
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