Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा का थोलकोबाद समेत आसपास के गांवों में पिछले 12 दिनों से बिजली आपूर्ति ठप है. इस वजह से ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. थोलकोबाद में वन विभाग का ऐतिहासिक वन विश्रामागार भी अंधेरे में डूबा हुआ है. थोलकोबाद निवासी बिमल होनहागा ने बताया कि लगभग 12 दिनों से बिजली आपूर्ति गांवों में नहीं है. थोलकोबाद एवं आसपास का गांव हाथियों व अन्य वन्य प्राणियों के लिये वास स्थल व विचरण क्षेत्र के लिये जाना जाता है. पिछले कुछ महीनों से हाथियों का समूह गांव से सटे जंगल क्षेत्र में है. शाम होते ही हाथी गांव में आ जा रहे हैं.
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10 दिनों के अंदर हाथी सागजुड़ी के एक युवक की हत्या एवं चेरवालोर के ग्रामीण को घायल कर चुका है. कई लोग जान बचाकर भागने में सफल रहे हैं. अगर बिजली रहती तो गांव क्षेत्र में आने वाले हाथियों को ग्रामीण दूर से देख सुरक्षित जगह चले जाते. इसके अलावे बच्चों की शिक्षा व तमाम कार्य प्रभावित हो रहे हैं. किरोसिन इतना महंगा है कि ग्रामीण खरीद नहीं सकते हैं. ऐसी स्थिति में विद्युत विभाग थोलकोबाद क्षेत्र की बिजली आपूर्ति से संबंधित समस्या का समाधान कर अविलम्ब बिजली आपूर्ति बहाल करे.