Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में इन दिनों बासंती पूजा की धूम मची है. चैत्र नवरात्र के प्रतिपदा के दिन से विभिन्न स्थानों में देवी की प्रतिमा और कलश स्थापित कर आराधना की जा रही है. वहीं कई स्थानों में महाषष्ठी के पावन अवसर पर बेलवरण के साथ देवी का आह्वान किया जाएगा. इसके बाद महासप्तमी के दिन कलश यात्रा निकालकर बासंती दुर्गोत्सव मनाया जाएगा. बासंती दुर्गोत्सव को लेकर पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है. चांडिल प्रखंड के हेंसाकोचा पंचायत अंतर्गत कोकेबेड़ा, पालना में चैत्र नवरात्रि पर बासंती पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. यहां बासंती माता, नाकटी माता सिद्धिदात्री मां दुर्गा देवी पूजा कमेटी की ओर से देवी की आराधना की जा रही है. कोकेबेड़ा, पालना में स्थायी रूप से स्थापित देवी की आकर्षक प्रतिमा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु रोज पूजा-अर्चना कर रहे हैं.
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राम कथा सुनने उमड़ रहे भक्त
बासंती माता, नाकटी माता सिद्धिदात्री मां दुर्गा देवी पूजा कमेटी की ओर से कोकेबेड़ा, पालना में चैत्र नवरात्र पर श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है. यहां खगपति गोस्वामी और गौरांगो गोस्वामी अपने सहयोगियों के साथ श्रीराम कथा पर प्रवचन दे रहे हैं. श्रीराम कथा सुनने के लिए प्रतिदिन यहां दूर-दराज से लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. बारिश के कारण भक्तों को श्रीराम कथा सुनने में दिक्कत हुई. गुरु मां रातुली मुंडा ने बताया कि महाषष्टी के अवसर पर देवी का आह्वान व बेलवरण किया जाएगा. महासप्तमी के अवसर पर पालना डैम से निकलने वाली नहर से कलश यात्रा निकाली जाएगी. नवरात्र के पहले दिन प्रतिपदा के अवसर पर सुवर्णरेखा नदी के ऐतिहासिक जयदा घाट से कलश जलयात्रा निकाली गई थी. चैत्र नवरात्रि पर पंडित विष्णु ठाकुर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देवी की आराधना करवा रहे हैं. चैती दुर्गोत्सव के आयोजन में भोको मुंडा, रामप्रसाद महतो, महेश चौबे, नयन मुंडा, मधू सूदन महतो समेत अन्य भक्त सराहनीय योगदान दे रहे हैं.