Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) सुख, समृद्धि एवं मंगल कामना के पर्व चैती छठ पर सोमवार 27 मार्च की शाम घाटों पर व्रतियों ने सूर्य देव को अर्घ्य दिया. गया. दोपहर से ही छठव्रतियों एवं दर्शनार्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था. बड़ी संख्या में छठव्रती पूरे परिवार एवं गाजे-बाजे के साथ तालाब या नदी घाट पर पहुंचे. शाम को पूरे विधि-विधान से सूर्य देव की आराधना की गई व डूबते सूर्य एवं छठमाता की आराधना की. आतिशबाजियों और गाजे-बाजे से माहौल में हलचल बनी रही. कल यानी मंगलवार 28 मार्च की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने का साथ व्रत का समापन हो जाएगा.
भुईफोड़ मंदिर के पुजारी सुबोध पांडेय के अनुसार छठ का पहला अर्घ्य अस्ताचलगामी सूर्य को दिया जाता है. माना जाता है कि सूर्य की एक पत्नी का नाम प्रत्युषा है और यह अर्घ्य उन्हीं को दिया जाता है. संध्या समय का अर्घ्य विशेष फलदाई होता है. बता दें कि शनिवार को खरना का प्रसाद ग्रहण करने के साथ छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो गया है. शहर की विभिन्न जगहों पर दिनभर चहल-पहल रही. शाम को व्रतियों ने विधि-विधान से छठी मैया की पूजा-अर्चना की. व्रतियों के घर दिनभर छठ मइया के गीतों से गूंजायमान रहे. शहर में अर्घ्य देने के लिए छोटे बड़े सभी तालाब के घाट को सजाया गया है. सड़कों पर भी आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है. विकास नगर तालाब, बरमसिया आम तालाब, रानी बांध, बेकर बांध, पंपू तालाब, सरायढेला राजा बांध, धैया रानी बांध व मनईटांड़ छठ तालाब में अधिक भीड़ हुई.
मैथन डैम पर अर्घ्य देने जुटे श्रद्धालु
Maithan : मैथन डैम पर 27 मार्च सोमवार को बड़ी संख्या में चैती छठ पूजा के व्रतधारी व श्रद्धालु पहुंचे और अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया. मैथन छठपूजा सेवा समिति ने घाट की साफ सफाई के साथ लाइट एवं पूजा सामग्रियों का इंतजाम किया था. लोकआस्था के चार दिवसीय इस महापर्व का समापन कल 28 मार्च की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो जाएगा.
जमुनिया घाट पर भगवान भास्कर क़ो अर्घ्य अर्पित
Gomoh: गोमो के जमुनिया नदी जीतपुर एवं बिशुनपुर घाट पर सोमवार की संध्या अस्ताचल गामी भगवान भास्कर क़ो अर्घ्य देने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे. भगवान भास्कर क़ो अर्घ्य देकर छठ व्रतियों ने परिवारजनों के सुख व समृद्धि की कामना की. कल मंगलवार के दिन उदीयमान सूर्य क़ो अर्घ्य अर्पित किया जाएगा.
सिंदरी में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित
Sindri : लोक व आस्था का महापर्व चैत्र नवरात्र छठ के तीसरे दिन सोमवार की शाम तालाब व नदियों में छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया.मंगलवार की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ चारदिनी महापर्व छठ व्रत समाप्त हो जाएगा. सिंदरी के शहरपुरा शिव मंदिर, आइएमटाइप छठ तालाब, सेवन लेक छठ तालाब, बीआईटी सिन्दरी स्थित छठ तालाब, दामोदर नदी के घाटों पर छठव्रतियों व श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया. छठ घाटों पर धनबाद नगर निगम द्वारा सफाई की गई है.
कतरी नदी घाट पर व्रतियों ने दिया अर्घ्य
Katras : कतरी नदी सूर्यनारायण मंदिर स्थित घाट पर सोमवार की संध्या छठ व्रतियों ने अस्ताचल गामी भगवान भास्कर क़ो अर्घ्य दिया. इस अर्ध्य देकर छठ व्रतियों ने अपने परिवारजनों की सुख व समृद्धि की कामना की. व्रतियों की सुविधा के लिए घाट पर लाइट की व्यवस्था की गई है. कल मंगलवार को उदीय मान भगवान भास्कर क़ो अर्ध्य अर्पित किया जाएगा.