NewDelhi : टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी फिर एक बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं. बंगाल में बड़ी जीत हासिल करने के बाद ममता बनर्जी पांच मई को तीसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगी. राज्य में मंत्री और सीनियर TMC नेता पार्थ चटर्जी ने सोमवार को यह जानकारी दी. बता दें कि टीएमसी को राज्य में 214 सीटें मिलीं हैं, हालांकि, ममता बनर्जी खुद नंदीग्राम सीट से चुनाव हार गयी हैं. सोमवार शाम को ममता बनर्जी ने राज्यपाल से मुलाकात भी की. सीएम बनने के बाद ममता बनर्जी को फिर किसी सीट से चुनाव लड़ कर जीत हासिल करनी होगी. बता दें कि इससे पहले ममता ने 20 मई 2011 को पहली और 27 मई 2016 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़ 234 में से 130 सीटें जीतीं
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एमके स्टालिन की द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) 234 में से 130 सीटें जीत चुकी है. पार्टी गठबंधन अब तक 156 सीटों पर विजय हासिल कर चुका है. बहुमत का जादुई आंकड़ा पार करने के बाद मंगलवार शाम 6 बजे डीएमके विधायकों की बैठक होगी. बैठक में डीएमके विधायक एमके स्टालिन को नेता चुनेंगे. इसके बाद विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को दिया जायेगा. खबर है कि स्टालिन 7 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
असम विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगातार दूसरी बार जीत मिली है. मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने काफी मेहनत की थी, लेकिन अभी पार्टी के पास एक और बड़ा चेहरा हेमंत बिस्वा सरमा का है. बता दें कि हेमंत कांग्रेस में रहते हुए मुख्यमंत्री नहीं बन पा रहे थे, यही कारण है कि उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन की थी. दोनों में से किसे मुख्यमंत्री बनाया जाता है. यह देखना होगा. सूत्रों के अनुसार पार्टी इनमें से किसी एक को डिप्टी सीएम भी बना सकती है,
126 विधानसभा सीटों वाले असम में इस बार भाजपा गठबंधन को 2016 से एक सीट ज्यादा 75 सीटें मिली हैं. कांग्रेस को 50 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. BJP ने यहां असम गण परिषद (AGP) और यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिब्रल (UPPL) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.
केरल के सीएम राज्यपाल से मिले, LDF विधायकों की बैठक जल्द
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केरल में शानदार जीत हासिल की. वे सोमवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिले. उन्होंने बताया कि भारत की कम्युनिस्ट पार्टी की एग्जीक्यूटिव काउंसिल में सरकार गठन को लेकर फैसला होगा. बता दें कि लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) ने पूरा चुनाव मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की अगुवाई में लड़ा था. LDF में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के साथ 12 अन्य दल भी शामिल हैं. LDF को यहां बहुमत से कहीं ज्यादा 92 सीटों पर जीत मिली है. कांग्रेस गठबंधन को महज 39 सीटें हासिल की.
पुडुचेरी में पहली बार एनडीए की सरकार
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में पहली बार एनडीए की सरकार बनने जा रही है. यहां ऑल इंडिया NR कांग्रेस (AINRC) की अगुवाई में BJP और AIDMK ने 16 सीटों पर जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत पा लिया.. मुख्यमंत्री का पद AINRC के अध्यक्ष एन रंगास्वामी संभालेंगे। रंगास्वामी दूसरी बार पुडुचेरी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. आज शाम को पार्टी के विधायकों की बैठक होगी. इसमें शपथ ग्रहण समारोह की रूपरेखा तय होगी और रंगास्वामी के नाम का आधिकारिक ऐलान होगा. यहां AINRC को 10, भाजपा को पहली बार 6 सीटों पर जीत हासिल हुई है. वहीं कांग्रेस को दो और डीएमके को 6 सीटें मिली हैं. निर्दलीय प्रत्याशियों ने 6 सीटों पर विजय हासिल की.