पंचायत स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनाने के दिये गए निर्देश- सीएम
Ranchi: राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार कई कदम उठा रही है. इसी कड़ी में अब सरकार ने निर्णय लिया है कि झारखंड लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को घर जाने से पहले कोविड टेस्ट (रैपिड एंटीजन टेस्ट) कराना अनिवार्य होगा. टेस्ट में अगर रिपोर्ट निगेटिव भी आता है, तो भी इन मजदूरों को 7 दिनों के क्वारंटाइन में रहना होगा. यह क्वारंटाइन सेंटर जिला प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर बनाया जाएगा. मुख्य सचिव के निर्देश के बाद गृह कारा व आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बुधवार को यह आदेश जारी कर दिया गया है.
बता दें कि मंगलवार को विभागीय समीक्षा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कहा था कि पंचायत स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनाने की बात की थी. सीएम ने कहा था कि पंचायती राज के जन प्रतिनिधियों ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर पंचायतों में क्वारंटाइन सेंटर को फिर से शुरू करने का सुझाव दिया था. इसे क्रियान्वित करने के लिए सरकार ने पहल शुरू कर दी है. सरकार ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को क्वारंटाइन सेंटर में रहने वालों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया था.
विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 7 दिन के क्वारंटाइन में रहने के बाद प्रवासी मजदूर को फिर से टेस्ट कराना होगा. दोनों टेस्ट होने के बाद अगर मजदूर पॉजिटिव पाये जाते हैं, तो फिर उन्हें स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.