Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल प्रखंड के डोबो स्थित जोड़ा पुल के सामने गुरुवार को भुमिज समाल के लोगों ने शहीद बिरसा मुंडा सेतु का बोर्ड फिर से लगा दिया है. पुल के नामकरण को लेकर उत्पन्न विवाद के बीच गुरुवार को ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में भुमिज समाज के लोग उक्त स्थान पर पहुंचे थे. आपसी विचार-विमर्श के बाद पुल के सामने सभी ने मिलकर नया बोर्ड लगा दिया. आदिवासी भूमिज मुंडा युवा संगठन चुआड़ सेना के उपाध्यक्ष रवींद्र सिंह सरदार ने कहा कि पांच साल पहले जब डोबो पुल बन रही थी, उस वक्त मौजा कामारगोड़ा में ग्राम सभा की बैठक में प्रस्ताव पारित कर पुल का नामकरण धरती आबा बिरसा मुंडा के नाम पर किया गया था.
इसको लेकर ग्राम सभा ने बोर्ड भी लगाया था. पांच अप्रैल को कुछ लोगों ने चोरी छिपे उस स्थान पर शहीद रघुनाथ महतो की मूर्ति स्थापित कर सेतु का नामकरण कर दिया था. इसके बाद नामकरण को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था. उन्होंने कहा कि जल्द ही पुल के समक्ष बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : बागबेड़ा हाउसिंग कालोनी जलापूर्ति योजना पर हाई कोर्ट ने डीसी से मांगी रिपोर्ट
नहीं हुई वार्ता, लौटे लोग
नामकरण विवाद के निष्पादन के लिए गुरुवार को किसी प्रकार की वार्ता नहीं हुई. दोपहर बाद चांडिल के अंचलाधिकारी पुलिस बल के साथ पुल के समीप पहुंचे थे. लेकिन उन्होंने किसी के साथ वार्ता नहीं की. वहीं दोपहर बाद तक दोनों पक्ष के लोग उक्त स्थान पर डटे हुए थे. इस अवसर पर कुड़मी समाज की ओर से कहा गया कि बुधवार को कुछ असामाजिक तत्वों ने शहीद रघुनाथ महतो की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इसके साथ ही उनके नाम का पोस्टर भी फाड़ दिया था. मामले पर प्रशासन ने गुरुवार को दोनों पक्षों को बैठाकर वार्ता करने की बात कही गई थी, लेकिन प्रशासन के लोग वार्ता करने नहीं पहुंचे. दोपहर बाद दोनों पक्षों के लाेग स्वत: वापस लैटने लगे. शाम तक दोनों पक्ष के लोग वापस लौट चुके थे. सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुल के समीप पुलिस बल को तैनात रखा गया है.
इसे भी पढ़ें : चांडिल : श्रीश्री 108 खेलाई चंडी बजरंग दल अखाड़ा का निकला झंडा जुलूस
Leave a Reply