Ranchi: नगर विकास विभाग ने दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डे-एनयूएलएम) 2.0 का प्लान तैयार किया है. इसके तहत राज्य के 44 नगर निकायों के फुटपाथ दुकानदारों का सर्वे किया जाएगा. करीब 10 हजार स्ट्रीट वेंडर्स को आईडी कार्ड और सर्टिफिकेट ऑफ वेंडिंग देने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए 3000 नये सेल्फ हेल्प ग्रुप भी बनाए जाएंगे. जहां महिलाओं को स्थानीय उत्पादों के निर्माण की ट्रेनिंग दी जाएगी और उनके बनाये उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराया जाएगा. इसके तहत 416 एरिया लेवल फेडरेशन का गठन किया जाएगा. एक एरिया लेबल फेडरेशन में 10 से 20 महिलाएं होंगी. 42 सिटी लेबल फेडरेशन भी बनेगा. यह भी 10 से 20 महिलाओं का समूह होगा. 1125 एरिया लेवल फेडरेशन को 50 हजार रिवॉल्विंग फंड भी दिया जाएगा.
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2022-23 में 2279 एसएचजी का गठन हुआ
झारखंड में अबतक डे-एनयूएलएम के तहत 6417 लाभुकों को प्रशिक्षण दिया गया है. फिलहाल 1967 लाभुकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. निकाय स्तर पर 2709 आवेदकों ने स्वरोजगार शुरू करने के लिए ऋण के लिए आवेदन किया है. इनमें से 880 आवेदकों को ऋण उपलब्ध करा दिया गया है. राज्य के नगर निकायों में 2022-23 में कुल 2279 सेल्फ हेल्फ ग्रुप का गठन किया गया है. इन्हें 1.58 करोड़ का रिवॉल्विंग फंड भी मुहैया कराया गया है.
15वें वित्त आयोग के तहत बनने थे 39 वेंडिंग जोन, बने सिर्फ 11
राज्य के कुल 13075 शहरी खाद्य फुटपाथ विक्रेताओं को एफएसएसएआई के सहयोग से प्रशिक्षण दिया गया है. वहीं 66135 फुटपाथ विक्रेताओं को सर्वे करके चिन्हित किया गया था. इनमें से 46672 स्ट्रीट वेंडर्स को सर्टिफिकेट ऑफ वेंडिंग दिया गया है. वहीं 14वें वित्त आयोग के तहत 18 वेंडिंग जोन की स्वीकृति दी गई थी. इनमें से 16 का निर्माण हो चुका है. 15वें वित्त आयोग में 39 वेंडिंग जोन की स्वीकृति मिली थी, जिनमें से अभी तक सिर्फ 11 का निर्माण पूरा हो चुका है.
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