Giridih : जिले में 12 अप्रैल बुधवार को कार्मेल स्कूल से खसरा रूबेला टीकाकरण की शुरुआत की जाएगी. मंगलवार को समाहरणालय में पत्रकारों से बात करते हुए डीसी ने इसकी जानकारी दी. डीसी ने कहा कि जिले के 6481 टीकाकरण केंद्र पर 8 लाख बच्चों को खसरा रूबेला का टीका दिया जाएगा. टीकाकरण के लिए कुल 282 टीमें बनाई गई हैं. 9 माह से 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए विभिन्न स्कूलों में 3804 और आंगनवाड़ी केंद्रों में 2677 टीकाकरण सेंटर बनाया गया है. स्कूल केंद्रों में 5.50 लाख और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 2.50 लाख बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है.
खसरा से गिरिडीह में सबसे ज़्यादा मौतें
डीसी ने कहा कि सबसे दुखद स्थिति यह है कि 2022-23 में खसरा से देश भर में 40 बच्चों की मौत हुई है. इसमें 9 बच्चे झारखंड से हैं. जिनमें 3 गिरिडीह के हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार गिरिडीह सहित दुमका, पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा, देवघर, धनबाद व कोडरमा में 1 माह का लंबा अभियान शुरू करने जा रही है. उन्होंने कहा कि लक्ष्य हासिल करने में 25 वर्किंग डे लगेगा. हर रोज शाम 5 बजे टीकाकरण की समीक्षा की जाएगी.
छूटे बच्चों के लिए एक सप्ताह का माप अप राउंड भी
विगत साल की गई सर्वे में देश में 230 खसरे के मामले सामने आए थे. जिनमें 120 खसरा पीड़ित झारखंड से हैं, और इस मामले में गिरिडीह राज्य में अव्वल रहा है. गिरिडीह में 33 बच्चे खसरा के मरीज हैं. राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार 1 माह के अभियान के बाद 1 सप्ताह का माप अप राउंड चलाया जाएगा. माप अप राउंड में छूटे बच्चों को टीका लगाया जाएगा.
जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील
डीसी ने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है, बावजूद कोई आपात स्थिति आई तो मेडिकल टीम तत्पर रहेगी. उन्होंने कहा कि भारत में 2.7 मिलियन बच्चों को हर साल खसरा होता है. पीड़ित होने के बाद बच्चों को डायरिया, निमोनिया व कुपोषण सहित कई गंभीर जटिलताओं से रूबरू होना पड़ता है. उन्होंने अभियान में पंचायत जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरु व समाजसेवियों से सहयोग की अपील की है. मौके पर सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा, डॉक्टर अशोक कुमार, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, डीपीएम प्रमिला कुमारी मौजूद थी.
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