Bermo : कोरोना महामारी की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है. कई लोग बेरोजगार हो गये हैं. लोगों की कमाई ठप हो गयी है. वहीं दूसरी ओर खाद्य सामग्री के दामों में तेजी से वृद्धि हो रही है. बेरमो में सरसों तेल से लेकर रिफाइन, चना, चना दाल, अरहर और मसूर दाल के कीमतों में भी इजाफा हुआ है. पिछले तीन से चार महीने में रिफाइन और सरसों तेल के दामों में सबसे अधिक बढोतरी हुई है.
आम आदमी के बजट पर पड़ रहा असर
सरसों तेल के दाम लगातार बढ़ने से आम आदमी के थाली से तेल का स्वाद चला गया है. इसके अलावा अन्य खाद्य सामग्री के दाम भी बढ़ गये हैं. इस तरह खाद्य पदार्थों के कीमत बढ़ने से आम आदमी का बजट पर इसका असर पड़ रहा है. जनवरी में सरसों तेल का 140 रुपये किलो बिक रहा था. फरवरी में इसके दाम बढ़कर 145 रुपये किलो हो गया. एक ही महीने के अंदर सरसों तेल 5 रुपये महंगा हो गया.
रिफाइन और सरसों तेल के दाम 30-35 रुपये बढ़े
मई के पहले हफ्ते में सरसों तेल के दाम सीधे 170 रुपये हो गया है. तीन से चार माह में सरसों तेल करीब 30 रुपये महंगा हो गया. इसी प्रकार जनवरी में रिफाइन तेल 125 रुपये बिक रहा था. मई में लगभग इसकी कीमत 160 रुपये हो गयी है. रिफाइन तेल के दाम में करीब 35 की बढ़ोतरी हुई है.
खाद्य सामग्री के दामों में 5 से 10 फीसदी वृद्धि
इसी प्रकार अरहर दाल के दाम भी आसमान छू रहे हैं. पिछले माह अरहर दाल 100 रुपये किलो बिक रहा था. मौजूदा समय में इसके दाम बढ़कर 110 रुपये हो गया है. वहीं चना, चना दाल, चीनी, सतु सहित अन्य खाने की सामग्री के दामों में 5 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
केवल जरुरी सामान खरीद रहे ग्राहक
मां भवानी जनरल स्टोर के दुकानदार आनंद जयसवाल का कहना है कि ग्राहकों केवल जरूरी सामान ही खरीदते हैं. जो ग्राहक पहले काजू, किशमिश सहित कई विटामिन पदार्थ खरीदते थे. लेकिन उन्होंने अब खरीदना बंद कर दिया है. दुकानदार ने कहा कि सभी सामान के पहले की तुलना में महंगे हो गये हैं. खाद्य पदार्थ के दाम बढ़ने से आम आदमी और दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.