Ranchi : बिशप डॉक्टर निर्मल मिंज का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें गोस्सनर इवैंजेलिकल लूथरन चर्च के कब्रिस्तान, डिबडीह में मिट्टी दी गई. इस दौरान बिशप डॉक्टर निर्मल मिंज के जीवन की झांकी को ऑनलाइन प्रस्तुत किया गया. कोरोना संक्रमण के कारण अधिक लोगों को कब्रिस्तान में शामिल नहीं किया गया. फिर भी कई प्रमुख लोग इस दफन क्रिया में शामिल हुए. हजारों की संख्या में विश्वासी यूट्यूब लाइव स्ट्रीमिंग, गूगल मीट,फेसबुक लाइव के माध्यम से ऑनलाइन दफन आराधना में शामिल हुए, जिसमें देश-विदेश के कई लोग शामिल थे.
आराधना नॉर्थवेस्टर्न गोस्सनर इवैंजेलिकल लूथरन चर्च छोटानागपुर और असम के कार्यकारी बिशप रेव्ह.अगस्तुस एक्का की अगुवाई में संपन्न की गई. इसमें आराधना के क्रम में बाइबल से वचन पाठ डॉ. निर्मल मिंज के नाती यश खाखा और नातिन उमंग एक्का ने पढ़ा. आराधना के बीच में बिशप निर्मल मिंज के जीवन पर धीरज लकड़ा पूर्व शासी निकाय अध्यक्ष ने प्रकाश डाला और उनके जीवन के मूल्यों पर विशेष जोर देते हुए उनके जीवन से जुड़ी कई सारी घटनाओं का वर्णन किया. साथ ही गोस्सनर कॉलेज के विद्यार्थी रह चुके डॉ. दीपक कच्छप ने भी अपने शब्दों द्वारा डॉ निर्मल मिंज के जीवन की खास बातों को रखा.
ऑनलाइन विशेष गीत प्रस्तुत किया
अपने कॉलेज के दिनों को स्मरण करते हुए प्राचार्य रह चुके डॉ निर्मल मिंज के योगदान की सराहना की. आराधना के बाद कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के संदेश को डॉ. झकमक एक्का ने अमेरिका से साझा किया, जिसमें गोस्सनर मिशन बर्लिन के निदेशक हेलमुट क्रिस्चयन के विशेष संदेशों को भी साझा किया गया. कब्रिस्तान पर कई लोगों ने श्रद्धांजलि स्वरूप अपने गीतों द्वारा स्वर्गीय डॉ. निर्मल मिंज को नमन किया. दफन करने के दौरान स्वर्गीय डॉ. निर्मल मिंज के भतीजे अजय मिंज सपरिवार गुमला और नातिन मानी एक्का, जो वर्तमान में अमेरिका में रहती हैं, ने ऑनलाइन विशेष गीत प्रस्तुत किया.
अंतिम यात्रा में ये लोग रहे शामिल
डॉ. निर्मल मिंज की अंतिम यात्रा में कार्यकारी बिशप रेव्ह. अगस्तुस एक्का, पादरी अमोल आशीष कुजूर, पादरी सुजीत एक्का, पादरी फिलमोन तिग्गा, पादरी नीलम तिग्गा, पादरी डायडम टोप्पो, पादरी बतुएल एक्का, पादरी संतोष खलखो, पादरी निस्तार कुजूर, पादरी जय दीपक टोप्पो, कंडीदात अनुज अरविंद टोप्पो , कंडीदात अनमोल बेक, डायसिस युवा संघ के अध्यक्ष भाई प्रेम प्रकाश तिर्की आदि शामिल थे.