Tarun Kumar choubey
Ranchi: रांची नगर निगम (आरएमसी) शहर में सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए शौचालयों की संख्या बढ़ाने जा रहा है. आरएमसी 2 करोड़ रुपये की लागत से कुल 256 सीट का मॉड्यूलर शौचालय स्थापित करेगा. इसके लिए टेंडर हो चुका है और अगले सप्ताह से काम शुरू हो जाएगा. वर्तमान में, शहर भर में कुल 321 शौचालय हैं. इनमें से 38 शौचालय सामुदायिक शौचालय हैं, और 33 सार्वजनिक शौचालय है, जिसमें लोगों को भुगतान करके उपयोग करना हैं. शहर में 140 स्थानों पर मॉड्यूलर शौचालयों की 250 सीटें स्थापित हैं.
निगम से मिली जानकारी के अनुसार, एक मॉड्यूलर शौचालय के लिए हर महीने 3000 रुपे का खर्च आता है. वहीं एक सुलभ शौचालय के लिए एक महीने में 19,000 रुपे का खर्च आता है. शौचालय की सफाई के लिए पूरे रांची को 4 जोन में बांटा गया है. निगम के अधिकारीयों ने बताया कि दिन में 3 बार शहर के सभी शौचालयों की सफाई कराई जाती है. हर सफाई के बाद कर्मचारी शौचालय की फोटो खिंच कर निगम को भेजते हैं. 3 बार सफाई कराने के बाद भी लोगों के द्वारा सहीं से इस्तेमाल नहीं करने की वजह से गंदगी का अंबार लगा होता है.
9 सामुदायिक शौचालयों को नि:शुल्क किया जाएगा
इसके अलावा, आरएमसी 9 सामुदायिक शौचालयों को बिना किसी शुल्क के सुविधा प्रदान करेगा. गरीब समुदाय के सदस्यों द्वारा सामुदायिक शौचालयों का अत्यधिक उपयोग किया जाता है, और शौचालय के उपयोग पर उनका दैनिक खर्च उनके लिए एक बोझ है. समुदाय की सहायता के लिए, आरएमसी के द्वारा 9 सामुदायिक शौचालयों नि:शुल्क किया गया है. आने वाले दिनों में नि:शुल्क सामुदायिक शौचालयों की संख्या में वृद्धि होगी और आवश्यकता के अनुसार शौचालयों की संख्या में भी वृद्धि की जाएगी. जिन सामुदायिक शौचालयों को फ्री किया गया है, उनमें, मांडा तार, पाहन तोल, धोबी मोहल्ला, चुन्ना भट्टा, खेलगांव चौक, होटवार न्यू खेलगांव, हटिया, मौलाना आजाद कॉलोनी नवाडीह, शालीमार मार्केट धुर्वा, तुपुदाना रोड हटिया शामिल हैं.
मॉड्यूलर शौचालयों की संख्या बढ़ाई जाएगी
आरएमसी के सिटी मैनेजर, रूपेश रंजन ने कहा, ” इस पहल का उद्देश्य शहर की स्वच्छता को बढ़ाने के लिए नवीन तरीकों को अपनाना और लागू करना है. आरएमसी 53 वार्डों की स्वच्छता नागरिक केंद्रीत बनाना चाहता है. मॉड्यूलर शौचालयों की संख्या शहर के अलग-अलग भागों में बढ़ाई जाएगी, ताकि निवासियों की सहायता हो सके.
मॉड्यूलर टॉयलेट से काफी सहायता होती है- संतोष उरांव
चुन्ना भट्टा निवासी संतोष उरांव ने कहा, “मॉड्यूलर टॉयलेट की व्यापक उपलब्धता उन्हें हमारे उपयोग के लिए अविश्वसनीय रूप से सुविधाजनक बनाती है. हालांकि, टॉयलेट में स्वच्छता शायद ही कभी देखी जाती है, क्योंकि यह अक्सर जनता द्वारा उपयोग की जाती है. इसके अलावा, कुछ टॉयलेट बंद हैं, अन्य अच्छी स्थिति में नहीं हैं, और जो अच्छे हैं वे गंदे हैं.”