Kolkata : पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा के कारणों की जांच के लिए गठित, केंद्रीय गृह मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनकड़ से मुलाकात की. बता दें कि मंत्रालय के एक अतिरिक्त सचिव गौतम मोहन के नेतृत्व में गठित टीम गुरुवार को कोलकाता पहुंची थी.
हिंसा के खिलाफ राज्य सरकार ने कार्रवाई का निर्देश दिया
अधिकारियों के अनुसार टीम ने राज्यपाल से मिलने से पहले बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय, गृह सचिव एचके द्विवेदी और डीजी वीरेंद्र के साथ बैठक की थी. गृह सचिव ने केंद्रीय टीम को सूचित किया है कि हिंसा के खिलाफ राज्य सरकार ने कार्रवाई का निर्देश दिया है. गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में यह टीम अपनी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपेगी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ ही दिनों पहले बंगाल हिंसा को लेकर राज्य सरकार को एक पत्र लिखा था, लेकिन उसका जवाब नहीं दिया गया है. जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को दूसरी बार पत्र लिखते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है.
केंद्रीय राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला हुआ
बता दें कि कल ही केंद्रीय राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला हुआ था और इससे उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई थी. बता दें कि चुनाव परिणाम सामने आने के बाद बंगाल के विभिन्न इलाकों में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट, आगजनी, हत्या और दुष्कर्म की वारदातें हो रही है.
बता दें कि टीएम के सदस्यों ने पूर्व में दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों का दौरा किया और पीड़ित परिवारों तथा स्थानीय लोगों से मुलाकात की थी. जान लें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चुनाव बाद हुई हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर राज्य में कानून व व्यवस्था की स्थिति पर राज्यपाल से रिपोर्ट मांगी है.
भाजपा का आरोप, टीएमसी समर्थित गुंडों ने कार्यकर्ताओं की हत्या की
भाजपा ने आरोप लगाया है कि टीएमसी समर्थित गुंडों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की है. महिला सदस्यों पर हमले किये गये, घरों में तोड़फोड़ की और दुकानों को लूट लिया. हालांकि ममता बनर्जी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया था कि जिन क्षेत्रों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं वहां चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. टीम जमीनी हालात का आकलन करेगी और शहर के कई इलाकों के साथ-साथ दक्षिण 24 परगना, गदखाली, सुंदरबन और जग्गदल का दौरा कर सकती है.
राज्यपाल से भी कानून और व्यवस्था की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गयी है
इससे पहले गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर विस्तृत रिपोर्ट देने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल जरूरी उपाय करने के लिए एक संक्षिप्त स्मरण भेजा था. राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर एक रिपोर्ट देने मांगी गयी है.
इसी बीच टीएमसी के विधायक फिरहाद हकीम ने कोविड-19 टीका भेजने के बजाय टीम भेजने पर केंद्र पर प्रहार किया है. उन्होंने कहा, उन्हें पहले टीके भेजना चाहिए, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिम्मेदारी है. हमें दुख है कि कुछ लोगों की मौत हो गयी. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. हकीम ने कहा, लेकिन, टीका प्रक्रिया का क्या होगा जो टीका संकट के कारण ठप है