Patna: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव करीब साढ़े तीन साल बाद सक्रिय राजनीति में वापसी कर रहे हैं. लालू यादव आज वर्चुअल मीटिंग करने वाले हैं, लेकिन उनकी इस मीटिंग पर दिवंगत सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का साया पड़ता दिख रहा है. शहाबुद्दीन के समर्थकों में लालू प्रसाद यादव और आरजेडी नेतृत्व को लेकर लगातार नाराजगी है. ऐसे में अब लालू की वर्चुअल मीटिंग से शहाबुद्दीन के समर्थक माने जाने वाले विधायक ने दूरी बनाने का फैसला कर लिया है.
रघुनाथपुर से आरजेडी के विधायक और शहाबुद्दीन के खास माने जाने वाले हरिशंकर यादव ने मोर्चा खोल दिया है. एक बार फिर उन्होंने कहा है कि उनकी वफादारी शहाबुद्दीन साहब के परिवार के साथ है ना कि लालू परिवार के साथ. उन्होंने हरिशंकर ने कहा कि लालू यादव या तेजस्वी यादव के कहने पर उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था. शहाबुद्दीन के कहने पर उन्होंने आरजेडी के टिकट से चुनाव लड़ा और जीता भी. उनका लालू या उनके परिवार से कोई लगाव नहीं है. उनकी सारी वफ़ादारी शहाबुद्दीन और उनके परिवार के साथ है.
विधायक हरिशंकर यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं लालू यादव या फिर तेजस्वी को नहीं जानता हूं. जिधर हिना शहाब रहेंगी उधर मैं भी रहूंगा. लालू और तेजस्वी के साथ क्यों जाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं तो जानता भी नहीं था कि मैं चुनाव लड़ूंगा. शहाबुद्दीन शहाब ने फोन किया तो मैं चुनाव लड़ा, और जीत गया. मैं गद्दारी नहीं कर सकता हूं.
बीते दिनों पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की कोरोना के कारण हुए निधन के बाद से उनके समर्थकों में लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ नाराजगी देखने को मिल रही है. शहाबुद्दीन के समर्थक यह मानते हैं कि लालू यादव या उनके परिवार ने शहाबुद्दीन को बचाने की कोई पहल नहीं की. जब उन्हें दफनाने की बात हुई तब भी लालू यादव से कोई मदद नहीं मिली. इस बात पर आरजेडी के विधायकों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है.