Jamshedpur (Rohit Kumar) : वन विभाग ने मानगो स्थित कार्यालय में बुधवार को इको विकास समितियों के लिए ओरियंटेशन प्रोग्राम (अभिविन्यास कार्यक्रम) का आयोजन किया. इसके जरिए सेंदरा पर्व के दौरान जंगली जानवरों का शिकार ना करने की अपील की. सीसीएफ वाइल्ड लाइफ एसआर नटेश, दलमा डीएफओ अभिषेक कुमार और रेंजर दिनेश चंद्रा ने लोगों को जंगल में जंगली जानवरों के रहने के महत्व को बताया. प्रोजेक्टर के माध्यम से लोगों को इससे जुड़ी फिल्म भी दिखाई गई. सीसीएफ ने कहा कि शिकार पर्व आदिवासी समाज के लोग परंपरा के रूप में मनाएं. जंगल में जाकर पूजा पाठ करें, लेकिन जंगली जानवरों का शिकार ना करें. इससे अपना ही नुकसान होगा. सेंदरा पर्व मनाने की परंपरा काफी पुरानी है इसलिए इस परंपरा को रोका नहीं जा सकता. लेकिन जंगली जानवरों का शिकार ना हो इसपर काफी काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पहले के मुकाबले पर्व के दौरान जानवरों के शिकार में काफी कमी आई है.
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लोगों को लगातार किया जा रहा जागरूक
मौके पर दलमा डीएफओ अभिषेक कुमार ने बताया कि जंगली जानवरों का शिकार ना हो इसके लिए ग्रामीणों के बीच लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. दलमा में बसने वाले गावों में प्रोजेक्टर के माध्यम से जंगल और जंगली जानवरों के महत्व से संबंधित फिल्म लोगों को दिखाई जा रही है. कई जगहों पर नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जा रहे हैं. वन विभाग के लगातार जागरूकता के कारण शिकार पर्व के दौरान जंगली जानवरों के शिकार की संख्या में कमी आई है. समाज के लोग जंगली जानवरों के महत्व को समझें और इनका शिकार ना करें.
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एक मई को आदिवासी समाज मनाएगा शिकार पर्व
जानकारी हो की एक मई को दलमा में आदिवासी समाज के लोग शिकार पर्व मनाएंगे. पांच राज्यों से सेंदरा वीरों के दलमा में जुटने की संभावना है. 30 अप्रैल को पूजा पाठ करने के बाद सेंदरा वीर शिकार के लिए दलमा की चढ़ाई करेंगे. सेंदरा वीरों को रोकने के लिए वन विभाग ने भी कमर कस ली है. उन्हें रोकने के लिए जगह-जगह पर चेकनाका बनाया जाएगा. दलमा में वन विभाग की टीम पेट्रोलिंग करेगी. कई डीएफओ भी दलमा में तैनात रहेंगे.