Hazaribagh : राज्य बाल संरक्षण आयोग के पास बैठने के लिए जगह भी नहीं थी. बड़ी ही मुश्किल से दफ्तर बनाने के बाद राज्य में बच्चों की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए निकला है. बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सुनील कुमार वर्मा एक दिवसीय दौरे पर हजारीबाग पहुंचे. उन्होंने आंगनबाड़ी, बाल संप्रेषण गृह, कस्तूरबा विद्यालय और केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया. निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने हजारीबाग जिला प्रशासन की पोल खोल कर रख दी.
निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने मंडई स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. वहां उन्होंने मॉड्यूलर सेंटर में पानी की कमी, चाहरदीवारी और शौचालय का नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि जब मॉड्यूलर सेंटर की यही स्थिति है. उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी बनाने में भी अनियमितताएं बरती गई है. कई जगह पानी का रिसाव दिख रहा है. इस बाबत उन्होंने जिला प्रशासन से उसे दुरुस्त करने का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि प्रोबेशन होम में कुल 74 बच्चे हैं, जिनमें दो से नौ बच्चे को बेल मिलने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि प्रोबेशन होम में चावल की कमी है. चावल है उसकी क्वालिटी बेहद खराब है. कस्तूरबा के बारे में उन्होंने कहा कि वहां साफ-सफाई की कमी है. पानी की भी कमी देखी गई है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में मां के साथ छह बच्चियां भी रह रही हैं, जिनकी उम्र छह साल से कम है. उन्हें जेल में शिक्षा नहीं मिल रही है. इस बात को लेकर भी आयोग ने गंभीरता दिखाई है.
बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि चार माह पहले आयोग का गठन किया गया है. अभी आयोग कई समस्याओं से जूझ रहा है. लेकिन आने वाले दिनों में वे लोग काम करेंगे. इसके लिए को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है. उपायुक्त अपनी निगाह रखेंगे और रिपोर्ट आयोग को भेजा जाएगा. बाल संरक्षण आयोग ने इस बात पर भी दु:ख जाहिर किया कि वर्तमान समय में चाइल्ड हेल्प नंबर भी काम नहीं कर रहा है. उसे भी दुरुस्त किया जाएगा. अगर किसी बच्चे को समस्या है, तो वह सीडब्ल्यूसी से शिकायत कर सकता है.
बाल संरक्षण आयोग के सामने यह भी एक समस्या है कि वैसे बच्चे जो बाल मजदूरी में संलिप्त हैं, अगर उन्हें मुक्त कराया जाता है, तो उनका भविष्य कैसे बने. इसे लेकर आयोग कार्य योजना बना रहा है. जिले में स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाया जाएगा. वहां बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ हुनर की भी जानकारी दी जाएगी. बाल संरक्षण आयोग का यह भी कहना है कि कोई नाबालिग है या नहीं, इसके लिए स्कूल के सर्टिफिकेट को आधार माना जाता है. अगर बच्चा स्कूल नहीं गया है, तो मेडिकल टीम तय करेगी कि वह बालिग है या नाबालिग. आधार को आयोग उम्र निर्धारण के लिए मान्यता नहीं देती है.
मनातू जंगल से अज्ञात युवक का शव बरामद
केरेडारी थाना क्षेत्र के मनातू गांव के कंकरिया जंगल से एक युवक का शव केरेडारी पुलिस ने बरामद किया है. इस संदर्भ में थाना प्रभारी एनजी केरकेट्टा ने बताया कि मनातू के ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि कंकरिया जंगल में एक युवक का शव है. पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो देखा एक अज्ञात युवक का शव पड़ा है और लगभग 50 मीटर दूरी पर हीरो पैशन प्रो मोटरसाइकिल भी लावारिस हालत में पड़ी है. शव को देखने पर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि पत्थर से प्रहार किया गया है. मोटरसाइकिल का नंबर जेएच 13 सी 1255 है, जो चतरा का बताया जा रहा है. शव के आसपास काफी खोजबीन करने पर भी मृतक से जुड़े कोई प्रमाण पत्र पुलिस के हाथ नहीं लगा. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है.
अवैध स्टोन चिप्स और बालू लदे वाहन जब्त, चालक फरार
राज्य सरकार के निर्देशानुसार पूरे राज्य में शुक्रवार को अवैध बालू उत्खनन, स्टोन चिप्स आदि को लेकर स्पेशल ड्राइव चलाए गए. इसी के तहत अंचलाधिकारी अरविंद देवाशीष टोप्पो के नेतृत्व में बरही के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की गई. इस दौरान थाना के पीछे 500 सीएफटी चिप्स लदा हाइवा जेएच 09एई 5166 और करियातपुर के नजदीक अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को जब्त किया गया. सीओ ने बताया कि दोनों वाहनों के चालकों से चालान मांगने पर नहीं दिखाया गया. दोनों वाहनों को जब्त कर बरही थाना लाया गया. परंतु इसी क्रम में वाहन चालक फरार हो गए. जब्त किए वाहन मालिक के खिलाफ खनन विभाग को उचित कार्रवाई के लिए सूचित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि दो ट्रैक्टर बालू खाली कर भागने के क्रम में पलट गए.
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