विश्व एथलेटिक्स दिवस पर विशेष
Dhanbad : पूरे विश्वभर में 7 मई को एथलेटिक्स दिवस मनाया जा रहा है. लेकिन पिछले 13 साल से धनबाद को एक भी अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स खिलाड़ी नहीं मिला. धनबाद में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है. लगभग 300 ऐसे खिलाड़ी हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर मेडल ले चुके हैं. पूरे राज्य में धनबाद के खिलाड़ियों ने ज्यादा से ज्यादा मेडल प्राप्त किया है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी नहीं मिले.
हालांकि 13 साल पहले 2010 में धनबाद की किरण रानी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक में शामिल हुई थी. इससे पहले उन्होंने 1988 और 1990 में हिस्सा लिया था, तब से आज तक एक भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी धनबाद में नहीं हुआ. धनबाद में आधारभूत संरक्षण की कमी के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी उभर नहीं पाते. ना तो अच्छा स्टेडियम, एकेडमिक, एथलेटिक ट्रेक, अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच आदि का यहां घोर अभाव है. साल से बरवाअड्डा के पास मेगा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है, अब तक पूरा नहीं हो पाया.
धनबाद जिला एथलेटिक्स संघ के कोषाध्यक्ष जुबेर आलम का कहना है कि दुर्भाग्य की बात है कि धनबाद से एक भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी नहीं है. अगर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निकालना है तो 400 मीटर के सिंथेटिक ट्रैक के अलावा एकेडेमिक बनाने की आवश्यकता है, जिसमें 12 से 15 साल के बच्चों को योजनाबद्ध तरीके 5 साल तक प्रशिक्षण दिया जाए. इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धनबाद से कई खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं.
आईआईटी-आईएसएम की एथलेटिक्स कोच सुजापा ठाकुर ने कहा कि पर्याप्त साधन और सटीक वैज्ञानिक प्रशिक्षण के अभाव में धनबाद की प्रतिभा धूमिल होती जा रही है. इसके अलावा स्टेडियम की भारी कमी है, जिससे बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त नहीं कर पाते. अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण नहीं मिल पाता है. आईआईटी-आईएसएम में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल का मैदान है, लेकिन यहां सिर्फ कैंपस के बच्चे ही खेलते हैं. धनबाद के दूसरे खिलाड़ियों को इस ग्राउंड में मौका नहीं मिल पाता है. इससे पहले यहां बाहर से खिलाड़ी भी आकर खेल सकते थे. लेकिन पिछले कुछ वर्षों से बहरी खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर प्रतिबंध है. इसलिए खेल का मैदान बनाने की बड़ी आवश्यकता है.
धनबाद जिला एथलेटिक्स संघ के ज्वाइंट सेक्रेट्री बुधन टोप्पो ने बताया कि रांची, जमशेदपुर, चंदनकियारी में एथलेटिक खेल के लिए मैदान तो बनाया गया, लेकिन धनबाद में नहीं, धनबाद के खिलाड़ियों को ग्राउंड की अत्यंत आवश्यकता है.
धनबाद जिला ओलंपिक संघ के ज्वाइंट सेक्रेटरी तारक नाथ दास ने कहा कि नीचे स्तर से खेल में सुधार करने की आवश्यकता है. विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में कई प्रकार के खेल बंद कर दिये गए, जिसमे रेलवे क्लब मैदानमें साल में कई खेल होते थे. सरकारी स्कूलों में कोई भी खेल की प्रतियोगिता होती थी. लेकिन आजकल ऐसी प्रतियोगिता कहीं देखने को नहीं मिलती है. खेल का स्टेडियम भी कहीं नहीं है.