Ranchi : झारखंड में कोरोना महामारी शहर से अब गांव में शिफ्ट हो गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में जांच नहीं हो रही है. साथ ही ग्रामीण भी कोविड टेस्ट नहीं कराना चाह रहे हैं. मगर गांव के हर दूसरे घर में एक मरीज है. जो बुखार, सर्दी-खासी की समस्या से ग्रसित है और दवाइयां ले रहे हैं. ज्यादातर ग्रामीण टायफाइड और मलेरिया का इलाज करा रहे हैं. अगर ग्रामीण क्षेत्रों में सही तरीके से कोविड टेस्टिंग हो तो संक्रमित मरीज का पता चल पाएगा.
लगातार न्यूज की टीम कोरोना की सच्चाई जानने के लिए गांव पहुंची. रांची से करीब 17 किलोमीटर दूर नगड़ी ब्लॉक के कुदलौंग पंचायत में टीम पहुंची. पंचायत के तीन गांव उदलौंग, होटवासी व हडसेड में लोगों से बातचीत की गयी. कोरोना महामारी के इलाज, संक्रमण पर ग्रामीण बात करने को तैयार ही नहीं हैं. जबकि कुदलौंग पंचायत में एक सप्ताह के अंदर आठ लोगों की मौत हुई है. जिनका इलाज घर में चल रहा था. तीनों गांव में टायफाइड और मलेरिया के दर्जनों मरीज हैं. हाल ऐसे है कि हर दूसरे घर में एक मरीज है.
गांव में जांच होगी, तभी कोविड संक्रमितों को चल पाएगा पता
कुदलौंग पंचायत के मुखिया जीतू लिंडा ने बताया कि गांव के लोग जांच नहीं करा रहे हैं. इलाज के लिए अस्पताल भी नहीं जा रहे हैं. स्थानीय डॉक्टर से दवा लेकर खा रहे हैं. साथ ही बताया कि गांव वालों से पूछने पर वे मलेरिया होने की बात कह रहे हैं. या टायफाइड हो गया है. मरीजों की जांच की जाए, तो सच्चाई समाने आ जाएगी.
ग्रामीणों का कहना है कि जांच में अगर कोरोना निकलेगा, तो हमलोग क्या करेंगे. बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों के बारे में जानकारी नहीं दे सकते हैं. गत वर्ष बाहर से आने वालों को क्वारेंटाइन करते थे, तो संख्या का पता चल जाता था. इसबार ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए प्रवासी मजदूरों की संख्या बताना कठिन है. गांव से आसपास के क्षेत्र में रोजाना दर्जनों लोग मजदूरी करने या कोम करने रोजाना बाहर जाते हैं.
ब्लॉक का नाम : नगडी ब्लॉक
पंचायत का नाम : कुदलौंग
पंचायत के तहत गांव : उदलौंग, हडसेड और होटवासी.
पंचायत की कुल आबादी : 5600
पंचायत के तीनों गांव में मरीज : हर दूसरे घर में मरीज
गांवों में घरों की संख्या : 457
एक सप्ताह में मरने वालों की संख्या : 05
गांव में अभी बीमार लोग : तकरीब 150
बाहर कितने लोगों का चल रहा है इलाज : 01
गांव में कोविड जांच कभी हुआ : नहीं