आठ से दस परिवारों के सदस्य हैं कोरोना संक्रमित
Ranchi: रांची नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गांव हुंडरू में संक्रमण फैल रहा है. लोग मर रहे हैं. गांव के लोग डरे-सहमे हैं. इस गांव में एक महीने के अंदर 20 लोगों की मौत हो चुकी है. दो हजार की आबादी वाले इस गांव में करीब आठ से दस परिवार गंभीर रूप से संक्रमित हैं. गांव में चिकित्सा व्यवस्था की कमी है. लोग अपने स्तर से संक्रमण और अन्य बीमारियों का इलाज करा रहे हैं.
20 लोगों ने लिया वैक्सीन का दोनों डोज
गांव में वैक्सीन लेने वाले लोगों की संख्या बेहद कम है. अभी तक इस गांव में केवल 30 में से 20 लोग ही कोविड वैक्सीन ले पाये हैं. गांव के लोग वैक्सीन लेने को इच्छुक हैं लेकिन यहां पर वैक्सीनेशन की कोई प्रक्रिया शुरू नही हुई है.
सर्दी-खांसी का संक्रमण बढ़ा
पिछले एक महीने के अंदर मरनेवाले लोगों में हर आयु-वर्ग के लोग शामिल हैं. लेकिन मौत के असली कारणों का खुलासा नहीं हुआ. इस गांव में अभी तक केवल दस लोगों ने ही कोरोना टेस्ट कराया है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दूरी करीब तीन किमी है. यहां के ग्रामीण निजी चिकित्सकों और जरूरत पड़ने पर अस्पताल जाते हैं. यहां कम से कम 15 लोग अभी भी सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित हैं. होम क्वारंटाइन होकर घर पर ही इन रोगों का उपचार कर रहे हैं. इसके अलावा भी कई परिवारों में सर्दी-खांसी और बुखार के लक्षण हैं, लेकिन कई लोग संक्रमण होने पर इसे पहचान नहीं पा रहे हैं. इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा और बढ़ गया है.
प्रवासियों की संख्या कम
हुंडरू में महानगरों में जाकर काम करने वाले प्रवासियों की संख्या कम है. पिछले लॉकडाउन के बाद केवल चार लोग गांव लौटे. इनका कोरोना टेस्ट हुआ था. गांव के लोग कोरोना के प्रति जागरूक हैं. अधिकांश संक्रमण से निपटने के लिए मास्क का प्रयोग करते हैं. कुछ लापरवाही भी करते हैं. गांव होने के कारण यहां पर लोग घरों के अंदर ही रहते हैं. केवल जरूरी और आवश्यक कार्य से ही बाहर निकल रहे हैं.
वैक्सीनेशन कैंप लगाने का हो रहा प्रयास
गांव के आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका ज्योति किस्पोट्टा ने बताया कि वो बुजुर्गों को वैक्सीन दिलाने का प्रयास कर रही हैं. लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली है. यहां के लोग वैक्सीन लेने को इच्छुक हैं. वैक्सीन लगाने के लिए उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों से आग्रह किया. लेकिन अधिकारियों ने वैक्सीन लगाने के लिए कम से कम सौ लोगों के होने पर ही कैंप लगाने की बात कही. लेकिन उनके पास केवल 60 लोगों की सूची थी. इसलिए कैंप नहीं लग सका. अब वैक्सीन लेने वाले सौ लोगों की सूची बनायी जा रही है.